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मेडिकल कॉलेज के निर्माण में गुणवत्ता के साथ ना हो कोई समझौता: डीएम

औरैया। जिलाधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बुधवार को निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज का औचक निरीक्षण कर कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर को भवन निर्माण का कार्य गुणवत्तापूर्ण एवं समयबद्धता के साथ पूर्ण कराने का निर्देश दिया साथ ही कहा कि इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाए।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन कार्यदायी संस्था के जीएम से जानकारी ली जिस पर जीएम बब्बन ओझा ने बताया कि यह आवासीय मेडिकल कॉलेज दो अरब 52 करोड़ की लागत से तैयार किया जा रहा है। उन्होंने मेडिकल कॉलेज का नक्शा दिखाया, जिसमें मुख्य सड़क से मेडिकल कॉलेज का सम्पर्क रास्ता बहुत कम होने पर उन्होंने एसडीएम सदर, तहसीलदार सदर व लेखपाल को मौके पर बुलाकर निर्देश दिए कि वे किसान से बात कर उनकी जमीन को दूसरी उचित जगह शिफ्ट कराया जाए। जिससे कि मेडिकल कॉलेज के लिए संपर्क रास्ता बन सके। जमीन दूसरी जगह शिफ्ट करने के संबंध में किसान द्वारा सहमति दे दी गई है।

इसके अलावा जिलाधिकारी ने पर 100 शैय्या जिला चिकित्सालय के पीछे बन रहे 200 बेड युक्त मेडिकल हॉस्पिटल का निरीक्षण किया जहां पीएसपीएल के मैनेजर ने बताया कि हॉस्टल की जमीन पर कुछ लोगों का अवैध कब्जा है। जिस पर जिलाधिकारी मौके पर जाकर सदर एसडीएम रमेश यादव को निर्देश दिए कि हॉस्पिटल की भूमि पर जो अवैध कब्जा है उसे तत्काल हटाया जाए और जगह चयनित कर वहां निशानदेही की जाए।

पीएसपीएल के जनरल मैनेजर को निर्देश दिए अगर कोई भी व्यक्ति चिन्हित जगह के अंदर विवाद की स्थिति पैदा करता है तत्काल एसडीएम या मुझे अवगत कराया जाए जिसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी मौके पर नायब तहसीलदार पवन कुमार, पीडब्ल्यूडी जेई अमित शुक्ला, सीनियर प्रोजेक्ट मैनेजर अनिल राय अन्य अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे। जिलाधिकारी ने पीएचपीएल मैनेजर पीडब्लूडी एक्सईएन से बातचीत की जिस पर उन्होंने पीडब्ल्यूडी एक्सईएन को निर्देश दिये कि मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करते रहे, गुणवत्ता के साथ कोई समझौता न किया जाए।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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