अयोध्या में आस्था का जन्म प्रवाह देखने को मिला। गुरुवार सुबह से ही रामनगरी अयोध्या में लाखों की संख्या में श्रद्धालु अपने आराध्य के दर्शन के लिए पहुंचे। हनुमानगढी में प्रभु हनुमान के दर्शन के लिए श्रध्दालुओं की लंबी लाइन लगी रही। वही राम जन्मभूमि परिसर में भी आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।
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इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। प्राण प्रतिष्ठा के बाद पिछले 16 दोनों अयोध्या में 48 लाख से अधिक भक्त दर्शन पूजन के लिए पहुंचे। अनुमान है कि 2 से 3 लाख श्रद्धालु दर्शन प्रतिदिन अयोध्या में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। सर्दी से कुछ राहत मिलने के बाद भक्तों की भारी भीड़ रामनगरी पहुंच रही है।
हनुमानगढ़ी में दर्शन के लिए 2 किलोमीटर लगी लंबी लाइन प्रभु राम का दर्शन करने से पहले उनके परम भक्त हनुमान जी का दर्शन करना अनिवार्य है। मान्यता है कि बिना प्रभु हनुमान जी का दर्शन किए हुए, राम जी का दर्शन अधूरा है। इसी भाव को लेकर लाखों भक्त प्रतिदिन हनुमानगढ़ी में हनुमान लला का दर्शन करने पहुंचते हैं।
प्राण प्रतिष्ठा के बाद भक्तों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। गुरुवार सुबह मंगला आरती के बाद हनुमानगढ़ी का पाठ दर्शन के लिए खोल दिया गया। सुबह 5 बजे से ही भक्त बजरंगबली का दर्शन करने पहुंचे। हनुमानगढ़ी से पोस्ट ऑफिस तक तक दो लाइनों में श्रद्धालुओं की लाइन लग गयी थी ।सभी श्रद्धालुओं ने धीरे-धीरे करके दर्शन किए।
बालक राम के दर्शन के लिए के सुबह से भक्तों का जनसमूह उमड़ पडता है। सुबह 4:30 बजे मंगला आरती के बाद सुबह 6 से भक्तों के लिए राम मंदिर का पट खुल जाता है। प्रभु की पहली झलक पाने के लिए देश के विभिन्न प्रति से आए हुए भक्तों का जनप्रवाह उमड़ पड़ता है। करीब आधा घंटे तक लाइनों में लगकर भक्त प्रभु बालक राम का दर्शन पूजन कर रहे हैं।
रामनगरी आने वाले भक्त राम की भक्ति और राम की धुन में मगन नजर आ रहे हैं। प्रशासन ने श्रध्दालुओं की सुविधा के लिए इंतजाम किया है। किसी भी दर्शनार्थी को कोई दिक्कत ना होने पाये।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह