लखनऊ। ग्लोबल वार्मिंग के चलते मौसम (Season) खासकर बारिश का पैटर्न लगातार बदल रहा है। कहां, बारिश तो कहीं लू के आसार दिख रहे हैं। मौसम विभाग की ताजा भविष्यवाणी में अगले चार-पांद दिनों तक उत्तर प्रदेश के लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती हैं।
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यहां बारिश का पूर्वानुमान किया गया है। ईरान-इराक में शुरू होकर अफगानिस्तान से होते हुए पाकिस्तान तक पहुंच चुके पश्चिमी विक्षोभ को चक्रवतीय हवा के दवाब का साथ मिलने के कारण उत्तर प्रदेश समेत देश के पश्चिमी हिस्सों के मौसम का मिजाज बदल गया है। वहां, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में मई महीने में लू की चेतावनी भी जारी की गई है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण राज्य भर का तापमान चार से आठ डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है। पूरे राज्य में शनिवार को बादलों की आवाजाही लगी रही। झांसी, कानपुर, बदायूं, हरदोई, लखीमपुर आदि जिलों में कई स्थानों पर बौछारें भी पड़ीं। लखनऊ में मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में कहीं भी तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक नहीं रहा।
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झांसी जैसे गर्म जिले का तापमान तो 31 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। आगरा, अलीगढ़ का तापमान 32 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। आगरा में तो सामान्य से नौ डिग्री सेल्सियस के कम तापमान रहा। ऊरई में भी सामान्य से 7.4 कम यानी 32 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। लखनऊ में दिन का तापमान 34.8 यानी सामान्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम रिकार्ड किया गया।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले चार-पांच दिनों तक रात के तापमान में अधिक बदलाव नहीं आएगा पर दिन में गर्मी से राहत रहेगी। राज्य भर में दिन का तापमान 34 से 36 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई स्थानों पर तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक भी जा सकता है। लखनऊ में तो पहली और दो मई को तापमान 30 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने की संभावना है।
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उत्तर प्रदेश में अप्रैल में ही 40 डिग्री सेल्सियस पार कर चुका पारा 35-36 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया है। मौसम विभाग बता रहा है कि अगले चार-पांच दिनों तक पूरे राज्य में ऐसा ही सुहाना मौसम रहेगा। पश्चिमी और पूर्वी उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। तीस से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से धूल भरी आंधी चल सकती है।