नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात (Mann Ki Baat) कार्यक्रम का आज 100वां एपिसोड है। केंद्र सरकार से लेकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इसे ऐतिहासिक बनाने की तैयारी में है।
कर्नाटक में बहुमत हासिल करने का दावा कर रही कांग्रेस, 150 सीटों का लक्ष्य तय
संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने कहा है कि इस एपिसोड का संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में सीधा प्रसारण होगा। केंद्र सरकार ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें दिखाया गया है कि प्रधानमंत्री द्वारा रेडियो शो को कैसे रिकॉर्ड किया जाता है। वीडियो में रिकॉर्डिंग स्टूडियो में जाने से पहले पीएम मोदी को रेडियो के लोगों के साथ बातचीत करते देखा जा सकता है। बाद में वह बिना किसी लिखित स्क्रिप्ट के दर्शकों को संबोधित करते हैं।
दुनिया में अपनी सैन्य मौजूदगी बढ़ाने की फिराक में चीन, अमेरिका हुआ सतर्क
‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को यादगार बनाने के लिए बीजेपी ने बड़े पैमाने पर लोगों तक पहुंच बनाने की योजना बनाई है। सूत्रों ने कहा कि पार्टी लोगों को कार्यक्रम सुनने के लिए देश के हर विधानसभा क्षेत्र में सुविधाएं आयोजित करने की योजना बनाई है। कार्यक्रम का सीधा प्रसारण दूरदर्शन द्वारा देश भर के राजभवनों में किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘मन की बात’ कार्यक्रम के जरिये जनता से संवाद किया और विकास प्रक्रिया में उनको भागीदार बनाया। उन्होंने लोगों से रविवार को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम के 100वें एपिसोड को सुनने की अपील की है। गोयल ने कहा, मन की बात के माध्यम से प्रधानमंत्री देश की विविध भाषाई और क्षेत्रीय संस्कृतियों को भी एक साथ लाए। दूसरों के हित में काम करने के लिए लोगों की सराहना की। मोदी ने दुनिया को देश की समृद्ध विरासत और इतिहास दिखाने का भी प्रयास किया।
सूडान के खूनी संघर्ष में अब तक 400 की मौत, जानिए हैरान कर देंने वाली पूरी खबर
आपको बता दें कि 3 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ यह कार्यक्रम महिलाओं, युवाओं और किसानों जैसे कई सामाजिक समूहों को संबोधित करते हुए सरकार के नागरिक-पहुंच कार्यक्रम का एक प्रमुख स्तंभ बन गया है। इसे 22 भारतीय भाषाओं और 29 बोलियों के अलावा फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, तिब्बती, बर्मी, बलूची, अरबी, पश्तू, फारसी, दारी और स्वाहिली सहित 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। मन की बात का प्रसारण आकाशवाणी के 500 से अधिक प्रसारण केंद्रों द्वारा किया जा रहा है।