इस दौरान सांपों की प्रकृति, snake bite में प्राथमिक उपचार, उनके तथ्य, सांपों का भोजन तथा एंटीवेनम बनने की प्रक्रिया तथा उनकी संरचना पर क्यों और कैसे कार्य किया जाता है। इसके बारे में बताया गया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार टाइगर शेड्यूल-1 के अन्तर्गत आते हैं उसी प्रकार कुछ सरीसृप भी इसी श्रेणी में आते हैं। उन्होंने बताया कि पूरे भारतवर्ष में प्रत्येक वर्ष लगभग 45 से 50 हजार व्यक्तियों की सर्पदंश से मृत्यु हो जाती है। जिनसे बचने के लिए सभी को जागरूक करने की आवश्यकता है। सर्प दंश में बिना देरी किये प्राथमिक उपचार सबसे ज्यादा जरूरी होता है। इसके साथ लोगों को नजदीकी अस्पताल अविलंब पहुंचाया जाना बहुत ही जरूरी होता है।
snake bite, सांपो के प्रति जागरूकता पर कार्यशाला का आयोजन
सेव ह्यूमेनिटी एण्ड नेचर फाउण्डेशन की ओर से बुधवार को सांपों के प्रति जागरूक करने करने के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में फाउंडेशन के सचिव आदित्य तिवारी, मो. असगर उप सचिव की ओर से लखनऊ विश्वविद्यालय से आये छात्र छात्राओं को सांपों के विषय में विशेष जानकारी प्रदान की गई।
तेंदुआ के जोड़े को भेजा गया केन्द्रीय चिड़िया घर
उत्तर प्रदेश राजधानी के प्राणि उद्यान लखनऊ में एक जोड़े तेंदुए को वन्य जीव विनिमय के अंतर्गत इटावा सफारी पार्क, इटावा भेजा गया। जिसे वन्य जीव विनिमय प्रोग्राम केन्द्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण नई दिल्ली ने स्वीकृृत कर लिया।