महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ गठबंधन यानी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी के बीच रिश्ते तल्ख होने के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, दोनों ही दलों ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं है, लेकिन महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा के 240 सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान ने शिवसेना को चिंता में डाल दिया है। इसे लेकर विपक्ष की तरफ से भी बयानबाजी शुरू हो गई है।
इसपर शिवसेना विधायक संजय शिरसत ने कहा, ‘क्या बकवास है, हम क्या बेवकूफ हैं जो इतनी सी सीटों पर मान जाएंगे?’ विधायक संजय गायकवाड़ ने कहा, ‘शिवसेना 130 से 135 सीटों से कम में तैयार नहीं होगी। भाजपा को यह याद रखना चाहिए कि उनका गठबंधन बाल ठाकरे की गठित असली शिवसेना से है।’
हालांकि, सियासी बवाल उठता देख दोनों ही दल डैमेज कंट्रोल करते दिखे। एक ओर बावनकुले ने सभाई दी कि भाजपा और शिवसेना में अब तक सीट बंटवारे का फॉर्मूला तय नहीं हुआ है। वहीं, शिवसेना ने भी इस बात को दोहराया और प्रवक्ता नरेश म्हास्के ने कहा कि आपस में कोई भी झगड़ा नहीं है।
बीते सप्ताह भाजपा के महाराष्ट्र प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि पार्टी विधानसभा चुनाव में 240 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इससे संकेत मिले कि शिवसेना के खाते में महज 48 सीटें ही आएंगी। बावनकुले ने कहा था, ‘हम 248-250 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। शिंदे समूह के पास 48-50 से ज्यादा विधायक नहीं है, जो चुनाव लड़ेंगे।’