जयपुर। कोटा में स्क्रब टायफस Scrub typhus रोग से छह लोगों की मौत होने की खबर है। अलग-अलग अस्पतालों से चिकित्सकों ने 38 सैम्पल लिए थे और जांच में इनमें से यहां नौ लोग गुरूवार को इस बीमारी के बाद भर्ती किए गए थे। डेंगू, स्वाइन फ्लू के साथ स्क्रब टाइफस नाम के तीसरे बुखार ने कहर बरपा रखा है। यह बुखार जानलेवा है।
Scrub typhus की वजह से
इनमें से Scrub typhus की वजह से छह की मौत हो गई। यह स्थिति सामने आने के बाद चिकित्सा विभाग ने इनमे से नौ में स्क्रब टायफस होना पाया। इनमें से छह लोगों की मौत 13 से बीस अगस्त के बीच हो गई। इनमें से तीन बूंदी, दो झालवाड, एक कोटा का था। इनके अलावा यहां 50 लोगों में स्वाइन फ्लू और 185 में डेंगू के लक्षण पाए गए है।
स्क्रब टायफस के मरीजों की जांच रिपोर्ट में देरी की बात भी सामने आई है। इनके सैम्पल पहले ही ले लिए गए थे, लेकिन जांच गुरूवार को हो पाई। इस बीच उपचार के दौरान ही इन मरीजों की मौत हो गई। अब चिकित्सा विभाग ने यहां नियमित जांच और तुरंत रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही प्रभावित क्षेत्रों मेंं स्प्रे करने और मच्छरों से बचाव के उपाय करने को भी कहा गया है।
पिस्सू की वजह से
मूल रूप से यह कीटो द्वारा फैलता है। यह घास में रहने वाले कीड़ों में पलने वाले पिस्सू की वजह से फैलता है। संक्रमित होने के पांच से लेकर 12 दिनों तक के अंदर रोग के लक्षण सामने आने लगते हैं। पहले सिरदर्द, भूख न लगना, भारीपन का अनुभव होने के बाद अचानक सर्दी लगकर तेज बुखार चढ़ता है और बहुत ज्यादा कमजोरी हो जाती है। बुखार 7 से लेकर 12 दिन तक रहता है। कमजोरी बढ़ने लगती है। बेहोशी और हृदय सम्बन्धी समस्याएं सामने आती है। बुखार के चौथे से लेकर छठे दिन तक के भीतर शरीर पर गहरे लाल रंग दाने निकल आते हैं।