विदेश मंत्री एस. जयशंकर स्वीडन के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। अपनी पहली यात्रा के दौरान उन्होंने स्वीडन के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री और कई अन्य प्रतिनिधियों से मुलाकात की साथ ही स्वीडन में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत की विदेश मंत्री ने ट्वीट किया स्वीडन में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत करके खुशी हुई।
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हम अपने राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, ऐसे में मैंने उन्हें हमारे द्विपक्षीय संबंधों की दिशा में हुई प्रगति से अवगत कराया। उन्होंने कहा स्वीडन का ईयू के सदस्य, एक नॉर्डिक साझेदार और एक साथी बहुपक्षवादी देश के रूप में महत्व है। हमने भारत में जारी उन बदलावों के बारे में बात की जो हमारी वैश्विक उपस्थिति को बढ़ाते हैं और विदेशों में भारतीयों के लिए अवसर पैदा करते हैं।
स्वीडन के प्रधानमंत्री से मिलने के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने ट्वीट किया कि स्वीडन के प्रधानमंत्री उल्फ क्रिस्टरसन से मिलकर खुशी हुई। पीएम नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत अभिवादन से अवगत कराया साथ ही भारत-स्वीडन संबंधों को मजबूत करने के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को महत्व दिया।
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इससे पहले जयशंकर ने स्वीडन के अपने समकक्ष टोबियास बिलस्ट्रॉम के साथ यहां व्यापक चर्चा की। इस दौरान हिंद-प्रशांत, यूरोप की सामरिक स्थिति तथा वैश्विक अर्थव्यवस्था को जोखिम मुक्त करने पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। विदेश मंत्री ने स्वीडन के रक्षा मंत्री पॉल जॉनसन से भी मुलाकात की और दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय एवं वैश्विक सुरक्षा पर विचारों का आदान-प्रदान किया। विदेश मंत्री ने ईआईपीएमएफ को संबोधित किया और भारत और यूरोपीय संघ के बीच ऐसे नियमित, समग्र और स्पष्ट संवाद का आह्वान किया, जो केवल आज के संकट तक ही सीमित न हो।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी