कर्नाटक के हुबली शहर में स्थित एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज में कथित रूप से पाकिस्तान समर्थित नारे लगाने पर तीन कश्मीरी छात्रों पर देशद्रोह का केस दर्ज किया गया है। हुबली के पुलिस कमिश्नर रामास्वामी दिलीप ने बताया कि पाकिस्तान समर्थक और आजादी के नारे लगाने की शिकायतों को लेकर तीनों संदिग्धों से उनके कॉलेज के छात्रावास में पूछताछ की जा रही है। आरोप है कि तीनों छात्रों ने पुलवामा आतंकी हमले की पहली बरसी की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान समर्थित नारे लगाए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि बेंगलुरू से 410 किलोमीटर उत्तर पश्चिम में स्थित हुबली की घटना के आरोपियों की पहचान आमिर, बासित और तालिब के तौर हुई है। तीनों आरोपी कश्मीर के शोपियां जिले के रहने वाले हैं। केएलई इंजीनियरिंग कॉलेज में अध्ययनरत तीनों छात्रों के खिलाफ सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप में आईपीसी की धारा 124 के तहत केस दर्ज किया गया है। आइपीसी की यह धारा स्टेट के खिलाफ अपराध से जुड़ी है।
कॉलेज के प्रिंसिपल बसवराज अनामी ने पुलिस से की गई शिकायत में बताया है कि प्रथम वर्ष के इन छात्रों को केंद्र सरकार के कोटे के तहत दाखिला मिला था। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना उस वक्त हुई जब शुक्रवार को कॉलेज में पुलवामा आतंकी हमले के शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही थी। पुलिस की ओर से दर्ज एफआइआर के मुताबिक, कार्यक्रम में भाग लेने के बजाए तीनों छात्र होस्टल में पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करते हुए वीडियो बना रहे थे।
शिकायत में कहा गया है कि प्रिंसिपल को इस वाकये का पता उस वक्त चला जब शनिवार को इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। आरोपियों ने खुद घटना का वीडियो अपने मित्रों के ह्वाट्सएप ग्रुप पर शेयर किया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मामले की छानबीन की जा रही है और कॉलेज ने आरोपी छात्रों को निलंबित कर दिया है। हुबली के रहने वाले राज्य के उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार ने इस घटना पर कहा कि सरकार देश विरोधी ऐसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं करेगी।