रायबरेली। स्वाधीन भारत में रायबरेली में जिन पत्रकारों ने विशिष्ट पहचान बनाई, उनमें Shyam Shankar Pandey (श्याम शंकर पाण्डेय) अनोखे व्यक्तित्व हैं। छात्र जीवन से ही वे गांधी, सर्वोदय और विनोबा के समर्थक रहे। हिन्दी और अंग्रेजी पर बराबर अधिकार रखने वाले श्याम शंकर पाण्डेय लेखन में स्थानीय लोकभाषा के शब्दों का खूब प्रयोग करते थे। शुद्ध और साहित्यिक,लेकिन सरल हिन्दी उनकी विशेषता थी। ऐसे जाने माने व्यक्तिव्य का मंगलवार को निधन हो गया।
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Shyam Shankar Pandey : संकलन की शैली और..
जन समस्याओं को गोष्ठियों से लेकर सड़क तक उठाने वाले पाण्डेय जी के रिश्ते बड़े राजनेताओें से थे। वे प्रशंसा के साथ ही उनकी खुली आलोचना भी करते थे। वे अद्भुत प्रतिभा के धनी ऐसे पत्रकार थे,जिन्हे राजनीतिक रिपोर्टिंग का पुरोधा कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। आजकल के युवा पत्रकार ही नहीं बल्कि पत्रकारिता कर रहे अन्य लोगों के लिए उनके समाचार संकलन की शैली और विश्वसनीयता अनुकरणीय है।
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