उत्तर प्रदेश के कानपुर में पांच महीने से लाइन हाजिर चल रहे एक हेड कांस्टेबल ने ट्रेन से कटकर जान दे दी। परिजनों के मुताबिक सिपाही डिप्रेशन में चल रहा था। पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि परिवार की तरफ से कोई शिकायत नहीं की गई है। उन्होंने सिर्फ आखिरी सलामी की इच्छा जताई है।
मूलरूप से औरैया के आवास विकास रिजर्व पुलिस लाइन के रहने वाले रामदास वर्मा रिटायर सब इंस्पेक्टर हैं। उनका 36 साल का बेटा राहुल वर्मा हेड कांस्टेबल बेकनगंज थाने की पीआरवी नंबर 4710 पर तैनात था। वह लाल बंगला में किराए पर परिवार के साथ रहता था। पिछले साल 2 सितंबर को पूर्व एडीसीपी ईस्ट बृजेश श्रीवास्तव ने हर्ष फायरिंग के आरोप में राहुल को लाइन हाजिर कर दिया था। जिसे लेकर वह परेशान चल रहा था।
अब हमारी आदत ही बचा सकती है “पानी”
राहुल के परिवार में मां सरला, पिता के अलावा दो छोटे भाई अश्वनी और रवि हैं। पत्नी बबली और दो बच्चे कुनाल (5) और कशिश (3) के साथ रहता था। बबली ने बताया कि पति के लाइन हाजिर होने के साथ ही तंगी ज्यादा हो गई थी। वह बच्चे की फीस तक भी नहीं दे पा रहे हैं।
डिप्रेशन के चलते 19 मार्च को राहुल को उर्सला में भर्ती कराया गया था। भाई रवि के मुताबिक अस्पताल से सोमवार रात लगभग साढ़े आठ बजे वह कहीं निकल गया। सुबह लगभग 920 बजे पुलिस का कॉल आया तब पता चला कि राहुल का शव ट्रैक पर पड़ा हुआ है। वहीं पिता ने बताया कि राहुल के पिस्टल में पूरी गोलियां थीं। उन्होंने डीसीपी से मिलकर अपनी बात रखने का प्रयास भी किया लेकिन उन्होंने कोई बात नहीं सुनी।