तुर्की ने सीरिया के खिलाफ बड़ा सैन्य हमला करते हुए दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। साथ ही सीरिया के 100 टैंक को भी नेस्तनाबूत कर दिया है। इस हमले में सीरिया के 19 जवानों के मारे जाने की खबर है। इससे पहले सीरिया ने मॉस्को के साथ मिलकर एयरस्ट्राइक में तुर्की के 34 जवानों को मार गिराया था। जिसके जवाब में तुर्की ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। तुर्की के रक्षा मंत्री हुलुसी अकार ने इस ऑपरेशन को स्प्रिंग शील्ड करार दिया। साथ ही कहा कि तुर्की सेना के खिलाफ या इदलिब में ऑब्जर्वैशन पोस्ट पर होने वाले किसी भी तरह के हमले का इसी तरह मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।
वहीं रूस ने तुर्की को दो-टूक शब्दों में कहा है कि वह सीरिया के हवाई क्षेत्र में उड़ने वाले उसके विमानों की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता। तुर्की ने सीरिया के दो लड़ाकू विमानों को मार गिराया है जिसके बाद दमिश्क (सीरिया) ने इदलिब क्षेत्र में अपने एयर स्पेस को बंद करने का फैसला किया है और साथ ही धमकी दी है कि वह दुश्मन के विमान को देखते ही मार गिराएगा। रूसी रक्षा मंत्री काउंटर ऐडमिरल ओलेग जुरावलेव ने कहा, ‘ऐसी स्थिति में रूसी मिलिटरी कन्टीन्जेंट अपने नेतृत्व में सीरिया के हवाई क्षेत्र में तुर्की के विमानों की सुरक्षा की गारंटी नहीं दे सकता।’ यह कन्टीन्जेंट सीरिया में मौजूद है।
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते सीरियाई हवाई हमले में तुर्की के कई सैनिक मारे गए थे। इसके बाद तुर्की ने रूस समर्थित सीरियाई सेना के खिलाफ एक पूर्ण सैन्य अभियान चलाने की घोषणा की। इस घटना से रूस और तुर्की के बीच तनाव बढ़ गया है। हालांकि, तुर्की ने जोर देकर कहा कि वह रूस के साथ टकराव नहीं चाहता है।
गौरतलह है कि सीरिया में सरकार समर्थित बलों का तुर्की की सेनाओं के साथ टकराव चरम पर पहुंच गया है। तुर्की की सेनाओं ने सीरिया में सरकार समर्थित बलों पर जोरदार जमीनी और हवाई हमला बोला है जिनमें बीते 24 घंटे में 48 सीरियाई सैनिकों की मौत हुई है। इधर, सीरियाई और रूसी युद्धक विमानों ने तुर्की के समर्थित विद्रोहियों और दमिश्क के बीच हाल के दिनों में गहन लड़ाई के केंद्र बने पूर्वी इदलिब शहर पर शनिवार को भी हवाई हमले किए।