कुशीनगर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित नगरी है। यह भारत सहित करीब दो दर्जन देश के करोड़ो लोगों की आस्था का केंद्र है। केंद्र व उत्तर प्रदेश की वर्तमान सरकारें तीर्थाटन व पर्यटन पर विशेष ध्यान दे रही है। इसके अंतर्गत अनेक मार्गो का निर्माण प्रगति पर है। बौद्ध सर्किट निर्माण के साथ ही कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त किया। कहा कि प्रधानमंत्री ने बीस वर्षों से अधिक की मांग को स्वीकार करते हुए जनपद कुशीनगर में अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माण कराया है। आगामी दो माह के अन्दर इस हवाई अड्डे से अन्तर्राष्ट्रीय वायु सेवा का संचालन भी प्रारम्भ हो जाएगा। बुद्धिस्ट सर्किट का केन्द्र बिन्दु कुशीनगर है। दुनिया से बड़ी संख्या में बौद्ध अनुयायी यहां आते हैं। कुशीनगर भगवान बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली है। उत्तर प्रदेश बौद्ध सर्किट की दृष्टि से समृद्धशाली प्रदेश है।
छह प्रमुख स्थान उत्तर प्रदेश में भगवान बुद्ध की स्मृतियों के साथ जुड़े हुए हैं, जिसमें कुशीनगर उनकी महापरिनिर्वाण स्थली है। सारनाथ में भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था। कपिलवस्तु उनकी राजधानी थी। श्रावस्ती में सर्वाधिक चतुर्मास भगवान बुद्ध ने व्यतीत किए थे। इसके अलावा, कौशाम्बी और संकिशा भी उत्तर प्रदेश में हैं। अनेक देश कुशीनगर के साथ एयर कनेक्टिविटी चाहते थे। कुशीनगर अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट प्रदेश का चैथा एयरपोर्ट है।
वर्तमान में प्रदेश में दो अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट संचालित हैं। जेवर, गौतमबुद्धनगर में भी अन्तर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट निर्माणाधीन है। हवाई सेवाओं में कई गुना वृद्धि हुई है। प्रदेश की अनेक एयर स्ट्रिप को भारत सरकार के सहयोग से एयरपोर्ट में बदला जा रहा है। बुद्धिस्ट सर्किट के साथ ही इण्टरनेशनल स्टडी के लिए गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय नोएडा, सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, सिद्धार्थनगर को शैक्षिक भ्रमण की योजना भी प्रगति पर है। योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस एयरपोर्ट तक फोरलेन सड़क की स्वीकृति प्रदान की जा चुकी है।