टाइप 2 मधुमेह जीवनशैली से संबंधित एक रोग है, जिसमें फैट की चर्बी एक प्रमुख जोखिम कारक की किरदार निभाता है. टाइप 2 मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए एक स्वस्थ बीएमआई बनाए रखना जरूरी शर्त है. खासकर जब आपके पास परिवार में मधुमेह के इतिहास जैसे अन्य जोखिम कारक हों. इसलिए मधुमेह से पीड़ित लोगों को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए. जिन खाद्य पदार्थों में ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, उन्हें टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों द्वारा सेवन की सलाह दी जाती है.पाैष्टिक और संतुलित आहार से बहुत ज्यादा हद तक डायबीटिज के खतरे को घटाया जा सकता है. जैसे की बादाम, मधुमेह रोगियों के लिए बादाम का सेवन विशेष फायदेमंद हाेता है. आइए जानते हैं बादाम खाने के फायदाें के बारे में :-
टाइप 2 मधुमेह में बादाम खाने के फायदे
बादाम पारंपरिक रूप से भारतीय आहार का एक भाग रहा है. सभी मां व दादी हमें बादाम खाने के लिए कहती हैं क्योंकि यह ब्रेन क्षमता बढ़ाता है. इसके अतिरिक्त मधुमेह के प्रबंधन में भी बादाम जरूरी किरदार निभाता है. बादाम में ग्लाइसेमिक इंडेक्स 0 होता है, जिसका अर्थ है कि इसमें बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को बिल्कुल भी नहीं बढ़ाएगा. हालांकि, बादाम फाइबर, विटामिन व खनिजों में समृद्ध है, जो शरीर को उचित पोषण सुनिश्चित करेगा.
बादाम को रात भर भिगो कर खाना स्वास्थ्य वर्धक होता है. हालांकि, सर्दियों में, बादाम को घी में भुना जा सकता है, स्वादिष्ट स्नैक के तौर पर आप उन पर थोड़ा नमक छिड़क सकते हैं. शरीर को गर्म रखने के लिए सर्दियों के मौसम में बादाम को दूध में मिलाकर भी सेवन किया जाता है. यदि आप मधुमेह प्रबंधन के लिए पेय का सेवन कर रहे हैं, तो चीनी न डालें.