कोरोना लॉकडाउन के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) बांड लाने की योजना बना रही है। RIL ने डेट मार्केट में उपलब्ध सस्ते फंड का लाभ उठाने के लिए टारगेटेड लांग टर्म रेपो आपरेशन रूट यानी लक्षित लंबी अवधि के रेपो परिचालन मार्ग से 9000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला किया है। यह राशि नॉन कंवर्टिबल डिबेंचयर यानी एनसीडी बिक्री के जरिए जुटाई जाएगी और इसका इस्तेमाल मौजूदा महंगे कर्ज की अदायगी के लिए किया जाएगा।
जाहिर है कि बैंको में इंटरेस्ट रेट कम है, शेयर मार्केट में जोखिम बहुत है ऐसे में सभी को एक ही चिंता है कि आखिर इस वक्त में कमाई करें तो कैसे । कहां पैसा लगाएं जहां निश्चित और सुरक्षित मुनाफा मिल सके। ऐसे में रिलायंस आपके लिए शानदार मौका लाया है।
दरअसल 19 अरब डॉलर के नुकसान के बावजूद रिलायंस अभी देश की सबसे कैश रिच कंपनी है और इस कंपनी ने डेट ( DEBT ) मार्केट में उपलब्ध सस्ते फंड का लाभ उठाने के लिए टारगेटेड लांग टर्म रेपो आपरेशन रूट के जरिए 9000 करोड़ रुपये जुटाने का फैसला किया है।
ब्याज और मैच्योरिटी-
ये एनसीडी 2 कंपोनेंट में जारी होंगे। पहला 4500 करोड़ रुपये का फिक्स्ड रेट लॉट। दूसरा लॉट फ्लोटिंग रेट वाला होगा। बताया जा रहा है कि प्रस्तावित 3 साल के बांड पर कंपनी 7.2 फीसदी ब्याज देगी।
कर्ज चुकाने के लिए जारी करेगी NCD- रिलायंस इंडस्ट्रीज इस वक्त बड़े कर्ज ( मार्च 2020 तक आरआईएल पर कुल 1.54 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था) के बोझ में हैं इसे चुकाने के लिए ही कंपनी ये बांड लाने वाली है और ये जानकारी खुद कंपनी ने शेयर मार्केट को दी है।
बता दें कि रिलायंस इंडस्ट्रीज मौजूदा समय में सबसे ज्यादा कैश रिच कंपनी है। लेकिन आरआईएल पर कर्ज भी बहुत ज्यादा है। मार्च 2020 तक आरआईएल पर कुल 1.54 लाख करोड़ रुपये का कर्ज था। आरआईएल ने शेयर बाजार को बताया कि वह 16 अप्रैल को 9,000 करोड़ रुपये का गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र (एनसीडी) निर्गम ला रही है और इस प्रक्रिया से मिली धनराशि का इस्तेमाल मौजूद रुपये के रूप में महंगे कर्ज की अदायगी में किया जाएगा।