यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, देश का प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक, ने एमएसएमई उधार के लिए वास्तु हाउसिंग फ़ाइनेंस कॉर्पोरेशन लिमिटेड के साथ सह उधार समझौता किया. सह उधार मॉडल में समाज के वंचित वर्ग को परेशानी मुक्त उधार की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एनबीएफ़सी और बैंक द्वारा संयुक्त उधार की परिकल्पना की गई है.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य महाप्रबंधक सीएम मिनोचा ने बताया कि हमारा बैंक भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा शुरू किए गए सह उधार मॉडल के तहत अंतिम लाभार्थी को किफ़ायती लागत पर धन उपलब्ध कराते हुए एमएसएमई कारोबार को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है.
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श्री मिनोचा ने यह भी बताया कि वास्तु हाउसिंग फ़ाइनेंस के साथ इस साझेदारी से बैंक को एक गुणवत्तापूर्ण एमएसएमई उधार पोर्टफोलियो बनाने में मदद मिलेगी और ये उन एनबीएफ़सी जिनकी व्यापक पहुँच है तथा वैसे ग्राहक जिनको सुगम रूप से बैंकों से किफ़ायती दर पर उधार प्रदान किए जाएंगे, दोनों के लिए लाभकारी होगा.
यह एमएसएमई क्षेत्र में बैंक के संवितरण नेटवर्क को बढ़ाने में सहायक होगा. इस समझौते पर सीएम मिनोचा, मुख्य महाप्रबंधक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और शकील खान, मुख्य जोखिम अधिकारी, वास्तु हाउसिंग फ़ाइनेंस कार्पोरेशन लिमिटेड द्वारा मुंबई में हस्ताक्षर किए गए.