उत्तर प्रदेश पुलिस ने रामपुर के पूर्व क्षेत्राधिकारी (सीओ) अलय हसन खान, जो रामपुर से सांसद आजम खान के करीबी सहयोगी हैं, के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डों, बंदरगाहों और जमीनी सीमाओं पर लुक आउट नोटिस (एलओसी) जारी किया है।
रामपुर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अजय पाल शर्मा ने कहा कि जमीन पर कब्जा करने और जबरन वसूली के 27 मामलों में वांछित हसन के खिलाफ एलओसी जारी कर दिया गया है। ये मामले आलियागंज गांव के निवासियों ने अजीमनगर पुलिस स्टेशन में दर्ज कराए हैं। राज्य पुलिस से सेवानिवृत्ति के बाद हसन वर्तमान में सुरक्षा प्रभारी हैं और आजम खान की मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी में तैनात है।
शर्मा ने यह भी कहा कि पुलिस ने आजम खान के खिलाफ आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन तथा भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं के तहत यहां अदालत में दर्ज 13 मामलों में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
रामपुर के एसपी ने कहा कि मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के प्रशासनिक अधिकारी और प्रबंधक को नोटिस भेज कर उस जमीन के दस्तावेज प्रस्तुत करने के लिए कहा गया है जिसके लिए यूनिवर्सिटी और उसके कुलाधिपति ने किसानों से खरीदने का दावा किया था। किसानों ने अब उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है। उन्होंने कहा कि हमने यूनिवर्सिटी प्रशासन से उस भुगतान के सबूत पेश करने के लिए भी कहा है, जो उसने किसानों से यूनिवर्सिटी के निर्माण के लिए जमीन खरीदते समय उन्हें भुगतान करने का दावा किया है।