फुटबॉल खेल के लिए मशहूर देश ब्राजील में एक जेल के अंदर सोमवार को दो गुटों में हिंसा हो गई, जिसमें 57 कैदियों की मौत हो गई। ब्राजील के प्रशासन ने इसकी जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्राजील के बेलेम शहर से 850 किलोमीटर दूर स्थित अल्टामीरा के जेल में लगभग 5 घंटों तक हिंसा चलती रही। विभिन्न सरकारी एजेंसियों के संयुक्त प्रयास के बाद इस हिंसा पर काबू पाया जा सका।
इस हिंसा का सबसे भयावह पहलू ये था कि मृतकों में 16 के सिर, धड़ से अलग कर दिए गए थे। वहीं एक गुट ने जेल के एक सेल में आग लगाने से 41 लोगों की मौत दम घुटने से हो गई। ब्राजील प्रांतीय जेल तंत्र के प्रमुख जारबास वास्कॉनसेलॉस ने संवाददाताओं से कहा, “दूसरे गुट का सफाया करने के लिए ये एक स्थानीय हमला था। हमलावर ने सेल में आए मारा और सेल में आग लगा दी।
प्रांतीय जेल के प्रबंधन ने कहा कि जेल के एक हिस्से में कैदी जैसे ही नाश्ते के लिए बैठे, दूसरी सेल से आए हमलावरों ने जबरदस्ती घुस कर देशी हथियारों से अपने दुश्मनों पर हमला कर दिया। हमले के दौरान बंधक बनाए गए दो कर्मियों को बाद में सुरक्षित रिहा कर दिया गया, वहीं दो अन्य लोगों को घायलावस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अल्टामिरा की इस जेल में क्षमता से दोगुने कैदी बंद थे। बताया जाता है कि ये लड़ाई स्थानीय कमांडो क्लास ए गैंग और कमांडो वर्मेल्हो गैंग के बीच हुई थी। बताया जाता है कि कमांडो क्लास ए गैंग के लोग अपने प्रतिद्वंदी गुट पर टूट पड़े और जो भी मिला उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उन्होंने आग लगा दी जिसके चलते कई कैदी दम घुटन से मर गए। सुरक्षाकर्मियों ने बाद में स्थिति किसी तरह से अपने नियंत्रण में ली और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया।
ब्राजील की जेलों में ऐसी हिंसा अक्सर होती रहती है। 2017 में ब्राजील के मनाऊस में ड्रग तस्करी में वर्चस्व को लेकर 56 कैदियों की हत्या हुई थी। उसके बाद से हिंसा का सिलसिला यहां की जेलों में चला आ रहा है। 56 कैदियों की हत्या के ठीक अगले ही दिन मनाऊस की ही एक दूसरी जेल में 4 कैदी मारे गए। उसके 5 दिन बाद बोआ विस्टा की जेल में 33 कैदी मारे गए, और यह सिलसिला चलता रहा।