लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. मसूद अहमद ने कहा कि केन्द्र सरकार के इशारे पर जवाहर लाल नेहरू विवि में हुई हिंसा ने देश के दिल के टुकडें टुकडे कर दिये हैं और ऐसा करके केन्द्र सरकार ने लगभग एक महीने से चले आ रहे वातावरण में आग में घी डालने जैसा काम किया है। सरकार और भारतीय जनता पार्टी अपना दामन किसी भी प्रकार नही बचा पायेगी क्योंकि इस हिंसा की जिम्मेंदारी हिंन्दू रक्षा दल नामक संगठन ने ली है जिसकी घोषणा संगठन के अध्यक्ष पिंकी चौधरी ने अपने वक्तव्य में की है।
डाॅ.अहमद ने कहा कि अनावश्यक रूप से टुकडे टुकडे गैंग की बात करने वालों ने पूरे देश के टुकडे टुकडे करके अपना मन्तव्य साधने की कोशिश की है। जे.एन.यू जैसी भारत की श्रेष्ठ शिक्षण संस्था में बाहरी तत्वों द्वारा सरकार ने हिंसा कराकर छात्र गुटों में ही फूट डालने की कोशिश की है इसी प्रकार का प्रयोग इससे पहले अलीगढ मुस्लिम वि.वि और जामिया मिलिया जैसी नामचीन संस्थाओं में भी किया गया है। निश्चित रूप से इसका प्रभाव देश के युवाओें में जहर घोलने जैसा होगा। देश के लिए यह बड़े दुर्भाग्य की बात है कि आज जो लोग बयान दे रहे हैं कि शिक्षण संस्थाओं को राजनैतिक अखाड़ा नहीं बनने दिया जायेगा वहीं लोग इस तरह की घटनाओं मे मुख्य भूमिका रखते हैं।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि जे.एन.यू में हुयी हिंसा की न्यायिक जांच मा0 सर्वोच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश द्वारा करायी जाय क्योंकि इस हिंसा को छात्रों के बीच हुयी मारपीट की तरह नहीं देखा जा सकता। शासन के विवादित फैसलों से समाज में फैले असंतोष और उसे दबाने की कोशिशों का नाता भी इन घटनाओं से दिखता है। न्यायिक जांच के माध्यम से ही तथ्यपरक जानकारी देष के सामने आयेगी और भविष्य में ऐसी हिंसक घटनाओं की पुनरावृत्ति से बचना सम्भव होगा।