कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए मोदी सरकार ने 21 दिन लॉकडाउन की घोषणा की है। इस फैसले को कोरोना से निपटने के लिए काफी कारगर माना जा रहा है। इतना ही नहीं मोदी सरकार के इस साहसिक फैसले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन(WHO) ने भी भारत की सराहना की है। WHO ने सराहना के साथ ही भारत को कुछ टिप्स भी दिए हैं।
WHO का कहना है कि लॉकडाउन के अलावा भी भारत को इससे बचने के लिए कुछ और उपाय करने होंगे। WHO) ने भारत द्वारा किए जा रहे प्रयासों की तारीफ करते हुए आगाह भी किया कि अतिरिक्त आवश्यक उपायों के बिना लॉकडाउन खत्म होने के बाद कोरोना वायरस फिर से उभर सकता है।
जेनेवा में इंडिया टुडे के सवालों का जवाब देते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने इस बात के लिए भारत की तारीफ की कि भारत में कोरोना अपनी शुरुआती अवस्था में है, लेकिन यहां पर लॉकडाउन करने का बड़ा फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि भारत के पास क्षमता है और यह देखना बहुत अहम और अच्छा है कि भारत शुरुआती उपाय कर रहा है, इसके गंभीर होने से पहले इसे दबाने और नियंत्रित करने में यह मदद करेगा।
शुरुआत में ही भारत में लॉकडाउन किए जाने के फैसले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के अध्यक्ष ट्रेडोस ने कहा कि “हम वास्तव में भारत में इस समय जो हो रहा है उसकी सराहना करते हैं। यह बेहद महत्वपूर्ण है कि इसके फैलने से पहले ही हम इसका खात्मा कर दें। जबकि भारत में अभी सिर्फ 606 मामले ही हैं।
क्या 3 हफ्ते के लंबे लॉकडाउन की सफलता के बाद भी भारत में वायरस के दूसरे और तीसरे चरण में फैलने के रिस्क पर है, इस सवाल पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी निदेशक मिशेल जे रेयान ने आगाह करते हुए कहा कि आवश्यक उपायों, जरूरी सुरक्षाओं को लागू किए बिना, देश का इससे निकलना कठिन हो जाता है। अगर फिर से वापस आता है तो यह बड़ी चुनौती होगी। हमारे पास अवसर बहुत कम हैं।
डॉक्टर रेयान ने देश की क्षमताओं का विस्तार करने पर जोर दिया और कहा कि भारत उन सभी चीजों को कर रहा है, लेकिन अगले चरण को टालने के लिए अन्य कई विकल्पों पर भी काम करना चाहिए।
रेयान कहते है कि भारत में अविश्वसनीय क्षमताएं हैं, लेकिन कुछ अन्य चीजें भी की जानी चाहिए। आपके पास ऐसे केस को खोजने के लिए एक प्रणाली होनी चाहिए, आपको टेस्ट करना होगा। साथ ही आपको इलाज और आइसोलेट करने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी। क्वारनटीन की बेहतर सुविधा होनी चाहिए, अगर यह सब एक जगह होता है तो हम बेहतर कर सकते हैं।