मिशन शक्ति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अभिनव प्रयोग था। इसका शुभारंभ विगत नवरात्रि उत्सव के समय किया गया था। इसके माध्यम से योगी आदित्यनाथ महिला सम्मान की भारतीय परंपरा का सन्देश देना चाहते थे। इसमें उनकी सुरक्षा का भाव भी समाहित था। योगी सरकार ने बजट में भी यह मंशा दिखाई है। इसमें महिला सामर्थ्य के दृष्टिगत अनेक प्रस्ताव किये गए है। सरकार के अपने दायित्व है। इनका पूरा करना उसका दायित्व भी है।
योगी आदित्यनाथ इसके प्रति सजग व गंभीर भी है। लेकिन महिलाओं की सुरक्षा व सम्मान के संबन्ध में समाज की जिम्मेदारी भी होती है। वस्तुतः मिशन शक्ति के माध्यम से समाज को भी दायित्वबोध कराने का प्रयास किया जा रहा है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस अभियान का सकारात्मक प्रभाव समाज पर पड़ा है। महिलाओं की सुरक्षा और आत्मसम्मान के प्रति समाज अब और जागरूक हो रहा है।
योजनाओं का लाभ
नारी सम्मान का विषय व्यापक है। इसमें उनके स्वावलंबन का विचार भी शामिल है। सरकार इस दिशा में भी लगातार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री ने राजस्व विभाग को घरौनी के तहत स्वामित्व का अधिकार घर की महिला को देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किए गए सामुदायिक शौचालयों में महिला कर्मी की तैनाती शीघ्र की जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना को प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश दिए।
प्रभावी संचालन
प्रदेश में पहले की तरह मिशन शक्ति का प्रभावी संचालन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर मिशन शक्ति की प्रगति, इसके द्वितीय फेज़ तथा इसमें विभिन्न विभागों द्वारा दिए गए योगदान के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा तथा आत्मसम्मान सुनिश्चित करने के लिए कटिबद्ध है। मिशन शक्ति को इसी उद्देश्य से लागू किया गया था।
उन्होंने कहा आठ मार्च को अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस है। इसके दृष्टिगत मिशन शक्ति के तहत महिला सशक्तीकरण से सम्बन्धित विभिन्न विभागीय आयोजन छब्बीस फरवरी से ही शुरू कर दिए जाएं।