देवरिया के भाटपाररानी में अवैध संबंध में रोड़ा बनने पर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या कर दी। महिला का प्रेमी पेशे से प्रधानाध्यापक है। वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों ने अहिरौली तिवारी गांव के श्मशान घाट के निकट शव फेंक दिया था।
दो दिन तक शव को घर पर भुसैले में रखने के बाद 27 जून की रात पत्नी व उसके प्रेमी ने मिलकर अहिरौली तिवारी के श्मशान घाट के समीप फेंक दिया था। 28 जून की सुबह गांव के लोगों ने शव देखकर पुलिस को सूचना दी।
इस मामले में पुलिस ने हत्या व साक्ष्य छुपाने का केस दर्ज करते हुए छानबीन शुरू कर दी। जांच में पत्नी सुधा देवी से सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सच्चाई उगल दी। इसके बाद पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय अहिरौली में तैनात उसके प्रेमी हेडमास्टर सुभाष यादव निवासी जावाडिह थाना खामपार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने मामले में विधिक कार्रवाई करते हुए रविवार को दोनों को न्यायालय चालान कर दिया, जहां से दोनों को जेल भेज दिया गया।
पुलिस ने रविवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए महिला और उसके प्रेमी हेडमास्टर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बिहार प्रांत के सिवान जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के करजनिया गांव निवासी चंद्रमा सिंह (45) की भाटपाररानी थाना क्षेत्र के अहिरौली तिवारी गांव में ससुराल थी। गत 28 जून को चंद्रमा सिंह का शव उनकी ससुराल आहिरौली तिवारी के दक्षिण श्मशान घाट के समीप मिला था।
मृतक के भाई अमरजीत की तहरीर पर पुलिस ने दो के विरुद्ध हत्या व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था। रविवार को भाटपाररानी के थानाध्यक्ष टीजे सिंह ने खुलासा किया कि चन्द्रमा सिंह की पत्नी सुधा अहिरौली तिवारी में ही रहती है। 25 जून को चन्द्रमा अपने ससुराल आया हुआ था। उसी दिन उसकी पत्नी ने प्राथमिक विद्यालय अहिरौली तिवारी में तैनात हेडमास्टर सुभाष यादव के साथ मिलकर उसकी गला घोंट कर हत्या कर दी।