लखनऊ। कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच इसकी रोकथाम में जुटी सरकारी मशीनरी की बदइंतजामी ने स्थितियों को बद से बदतर कर दिया है। बीते दिनों कानून मंत्री के शिकायती पत्र के बावजूद भी स्थितियां जस की तस बनी हुयी हैं। ऐसी ही बदइंतजामी के बीच पूर्व जिला जज की पत्नी की एम्बुलेंस के इंतजार में गुरुवार को कोरोना से मौत हो गई। इसके पूर्व इतिहासकार योगेश प्रवीण ने एम्बुलेंस के इंतजार भी डैम तोड़ दिया था।
गोमती नगर में विनम्र खंड के निवासी पूर्व जिला जज रमेश चंद्रा ने सीएमओ से लेकर डीएम तक सभी को फोन कर मदद की गुहार लगायी। लेकिन एम्बुलेंस नहीं पहुंची। उनकी पत्नी ने इलाज के आभाव में उनकी आंखों के सामने ही दम तोड़ दिया। इतना ही नहीं मौत के बाद उनकी डेडबॉडी उठाने भी कोई नहीं आया।
पूर्व जिला जज की पत्नी मधु चंद्रा (64) कोरोना संक्रमित थीं। पूर्व जिला जज ने डीएम से लेकर सीएमओ व कोविड-19 कंट्रोल रूम समेत अन्य अधिकारियों को पचासों फोन काल किए, मगर हर जगह से जल्द व्यवस्था कराने व एम्बुलेंस भेजने का सिर्फ झूठा आश्वासन ही मिलता रहा।
रिपोर्ट-आर.पी. सिंह