अयोध्या। राम नगरी में राम मंदिर के मुख्य शिखर का निर्माण कार्य नवरात्र के प्रथम दिन औपचारिक शुरू हो गया। मंदिर में पूजा अर्चना के बाद शिखर पर लगने वाले पत्थर की पहले पूजा की गई और उसे शिखर पर स्थापित किया गया। 4 महीने में इसका निर्माण कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
राममंदिर भवन निर्माण समिति की ओर से जानकारी दी गई है कि मंदिर का पूरा काम जून 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा। शिखर के अलावा कई अन्य काम भी पूरे किए जा रहे हैं। मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए फैसिलिटी सेंटर का भी निर्माण किया जा रहा है।
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जैसा कि 22 जनवरी को राम मंदिर में रामलला विराजमान किए गए। इसके बाद से मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया। आज से मंदिर के 161 फीट ऊंचे शिखर का निर्माण भी शुरू कर दिया गया है। मंदिर का निर्माण नागर शैली में किया जा रहा है। इसका डिजाइन सोमपुरा आर्किटेक्ट्स ने तैयार किया है।
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मंदिर के शिखर पर ध्वज पताका भी फहराई जाएगी। मंदिर का निर्माण कार्य कंस्ट्रक्शन एजेंसी लार्सन एंड टुब्रो द्वारा किया जा रहा है। भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष निपेंद्र मिश्रा के शिखर का काम 4 महीने में इसका निर्माण पूरा कर लिया जाएगा। मंदिर से जुड़े अन्य काम पूरा करने के लिए भी अगले 4 महीने का समय सीमा रखी गई है। मंदिर परिसर में ही 10 हजार लोगों के बैठने के लिए यात्री सुविधा केंद्र का निर्माण भी पूरा कर लिया गया है, जिसे संचालित भी किया जा रहा है।
राम मंदिर के भूतल पर रामलला विराजमान हैं। इसकी पहली मंदिर पर राम दरबार स्थापित किया जाएगा। होली से पहले मंदिर की पहली मंजिल पर इसे स्थापित कर दिया जाएगा। इसके लिए मूर्तियों का निर्माण अंतिम चरण में है। राम दरबार संगमरमर का होगा। राम दरबार अपने पूर्ण रूप में होगा जिसमें राम, सीता, तीनों भाई और हनुमान जी की मूर्ति होगी। मूर्तिकार वासुदेव कामथ ने इसकी डिज़ाइन को अप्रूव कर दिया है। पहली मंजिल का 90 फीसदी से अधिक काम पूरा हो चुका है।
अयोध्या में 161 फीट ऊंचे राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। पहली मंजिल भगवान राम को समर्पित है। यहीं राम दरबार स्थापित किया जाएगा। दूसरी मंजिल भगवान हनुमान को समर्पित है और तीसरी मंजिल अयोध्या के इतिहास और संस्कृति को प्रदर्शित करने वाला एक संग्रहालय है। तीन मंजिला राम मंदिर में हर मंजिल की ऊंचाई 20 फीट होगी।
इसके ग्राउंड फ्लोर पर 160 खंभे होंगे वहीं राम मंदिर में कुल 392 खंभे होंगे। इसके अलावा राम मंदिर में कुल 44 भव्य और बड़े दरवाजे भी होंगे। मंदिर के ग्राउंड फ्लोर पर गर्भग्रह बनाया गया है। इसमें भक्त भगवान श्रीराम के बाल स्वरूप के दर्शन कर सकते हैं। धार्मिक दृष्टि से मंदिर के शिखर की बड़ी महत्ता होती है। किसी भी मंदिर के का शिखर दर्शन शुभ माना जाता गया है।
रिपोर्ट-जय प्रकाश सिंह