लखनऊ। यूपी में कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार ने आंशिक कोरोना कर्फ्यू 24 मई तक बढ़ा दिया है। ऐसे में सरकार ने जरूरतमंदों व गरीबों तक भोजन पहुंचाने का दायरा भी बढ़ा दिया है। प्रदेश में 402 से अधिक सामुदायिक रसोई घरों से रोजाना 42,495 से अधिक लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है जबकि हरदोई, शामली, उन्नाव समेत कई जिलों में सामुदायिक रसोईघर बनाने का काम किया जा रहा है। सरकार 2 लाख 50 हजार से अधिक लोगों तक भोजन पहुंचाने का काम कर चुकी है। सरकार का मकसद है कि महामारी के इस मुश्किल दौर में कोई भूखा न सोए।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार गरीबों और जरूरतमंदों की भूख मिटाने के लिए प्रदेश भर में भोजन के पैकेट वितरित कर रही है। इसके लिए सरकार की ओर से यूपी में 402 से अधिक सामुदायिक रसोई घर बनाए गए हैं। जहां से अब तक 2.5 लाख से ज्यादा लोगों को दिया जा चुका है। असल में सरकार ने महामारी के इस दौर में दिहाड़ी मजदूरों व दूसरे जरूरतमंदों के लिए उनके कार्यस्थलों पर मुफ्त भोजन वितरित करने के लिए कम्युनिटी किचन की शुरूआत की है। सरकार ने एनजीओ से भी इस काम में आगे आने की अपील की है। सरकार ने कोरोना की पहली लहर में भी बड़े पैमाने पर कम्युनिटी किचन शुरू कर जरूरतमंदों तक बड़े पैमाने पर भोजन पहुंचाने का काम किया था।
इन जिलों में भी बन रहे सामुदायिक रसोई घर
सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश भर में अब तक 294 सरकारी सहायता प्राप्त कम्युनिटी किचन स्थापित किए जा चुके हैं। साथ ही अयोध्या, बस्ती, सहारनपुर, शामली, हरदोई और उन्नाव समेत 6 जिलों में सामुदायिक रसोई घर बनाने का काम चल रहा है। यूपी सरकार जरूरतमंदों को रोजाना खाने की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्धता से काम कर रही है। वहीं, गैर सरकारी संगठन द्वारा कई जिलों में लगभग 103 सामुदायिक रसोई स्थापित किए गए हैं। जहां से भोजन वितरित किया जा रहा है।
दो लाख से अधिक बांटे गए खाने के पैकेट
प्रदेश सरकार की ओर से सामुदायिक रसोई घरों की मदद से 3 मई से यूपी के विभिन्न जिलों में लगभग 2:5 लाख से अधिक भोजन के पैकेट वितरित किए गए जा चुके हैं। इनमें से सरकारी सामुदायिक रसोई घरों से 1,20,841 पैकेट जबकि गैर-सरकारी संगठनों द्वारा 1,30,538 खाने के पैकेट जरूरतमंदों को वितरित किए गए हैं।