नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हुई हिंसा के दौरान सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ योगी सरकार लगातार शिकंजा कसती जा रही है। इस कड़ी में यूपी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उपद्रवियों की पहचान करके इनकी तस्वीर को लखनऊ के चौराहे पर लगाई गई है। मजिस्ट्रेट की जांच में दोषी पाए गए लोगों की होर्डिंग जिला प्रशासन ने लगवाईं हैं। ये होर्डिंग गुरुवार की देर रात लगाई गईं। इनमें सार्वजनिक और निजी सम्पत्तियों को हुए नुकसान का विवरण है। साथ ही लिखा है कि सभी से नुकसान की भरपाई की जाएगी।
प्रशासन द्वारा लखनऊ के प्रमुख चौराहों पर 100 होर्डिंग्स लगाई गई हैं। इन होर्डिंग्स में 57 लोगों के नाम और पते उजागर किए गए हैं। जिला प्रशासन ने आदेश दिया है कि अगर तयशुदा वक्त में रिकवरी का पैसा नहीं चुकाया गया, तो कुर्की की कार्रवाई की जाएगी। हसनगंज, हजरतगंज, कैसरबाग और ठाकुरगंज थाना क्षेत्र के 57 लोग अब तक चिन्हित किए जा चुके हैं। इन सब पर हिंसा फैलाने का आरोप है। इन लोगों के खिलाफ 1 करोड़ 55 लाख 62 हज़ार 537 रुपये की रिकवरी का आदेश जारी किया जा चुका है।
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद लखनऊ के चौराहों पर इन तमाम उपद्रवियों के पोस्टर लगाए जा रहे हैं। इन तमाम लोगों पर प्रदर्शन के नाम पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का आरोप है। जिन उपद्रवियों के पोस्टर चौराहों पर लगाए गए हैं उनके घर पर पहले ही संपत्ति की वसूली को लेकर नोटिस भेजा जा चुका है।
बता दें कि पिछले वर्ष 19 दिसंबर को लखनऊ में सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुआ था। ठाकुरगंज और कैसरबाग क्षेत्र में हुए प्रदर्शन को लेकर एडीएम सिटी पश्चिम की कोर्ट ने इन लोगों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान की भरपाई का आदेश पहले ही जारी कर दिया है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जो लोग प्रदर्शन के नाम पर हिंसा फैला रहे हैं उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिन लोगों ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया है उनकी संपत्ति की सीज किया जाएगा और उनसे हुए नुकसान की भरपाई कराई जाएगी, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।