शपथ ग्रहण समारोह में क्षत्रिय, ब्राहमण,वैश्य, कायस्थ आदि तमाम जातीय संगठनों के प्रदेश और लखनऊ के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है तो साधू-संतों को भी बड़ी संख्या में निमंत्रण भेजा गया है। कर्मचारी, व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि एवं पटरी दुकानदारों से लेकर ऑटो रिक्शा वाले भी शपथ ग्रहण समारोह के प्रत्यक्ष गवाह बनेंगे।
- Published by-@MrAnshulGaurav
- Thursday, March 24, 2022
योगी आदित्यनाथ कल 25 मार्च को लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे तो इसके साथ कई मिथक टूट जाएंगे। उत्तर प्रदेश विधान सभा के इतिहास में पहली बार कोई नेता लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहा है,वहीं प्रदेश में कांग्रेस का वर्चस्व खत्म होने के बाद कोई भी दल लगातार दो बार चुनाव नहीं जीत पाया है।
अब कांग्रेस के बाद भाजपा के नाम यह रिकार्ड दर्ज हो गया है। योगी दूसरी बार पूर्ण बहुमत वाली सरकार बनाने जा रहे हैं,इसलिए उनका शपथ ग्रहण समारोह भी यादगार-शानदार होने जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह,गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों सहित तमाम मोदी सरकार के मंत्री और संघ-बीजेपी के नेता शपथ ग्रहण समारोह में मौजूद रहेंगे।
इस मौके पर कई नौकरशाह भी समारोह स्थलपर मौजूद रहेंगे। इतना ही नहीं आम से लेकर खास और समाज के हर वर्ग का प्रतिनिधित्व शपथ ग्रहण समारोह में दिखाई देगा। बड़े-बड़े उद्योगपति, व्यवसायियों, फिल्मी सितारों को आमंत्रित किया गया है।
शपथ ग्रहण समारोह में क्षत्रिय, ब्राहमण,वैश्य, कायस्थ आदि तमाम जातीय संगठनों के प्रदेश और लखनऊ के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है तो साधू-संतों को भी बड़ी संख्या में निमंत्रण भेजा गया है। कर्मचारी, व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधि एवं पटरी दुकानदारों से लेकर ऑटो रिक्शा वाले भी शपथ ग्रहण समारोह के प्रत्यक्ष गवाह बनेंगे। सभा स्थल के पास करीब चार सौ पटरी दुकानदार अपनी दुकान सजाएंगे। बीजेपी कार्यालय से लगातार उन लोगों को आमंत्रण पत्र भेजे जा रहे हैं जिनको शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है,लेकिन इसके विपरीत विपक्ष के नेता शायद ही योगी के शपथ ग्रहण समारोह में ‘मेहमान‘ के तौर पर नजर आएंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव,बसपा सुप्रीमों मायावती, कांग्रेस की यूपी प्रभारी प्रियंका वाड्रा, राष्ट्रीय लोकदल के जयंत चौधरी ने अभी से कह दिया है कि उनका शपथ ग्रहण समारोह में जाना मुश्किल है। करीब पचास हजार लोगों के जुटने का अनुमान है।
योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण का संदेश गांव तक भेजने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सभी 403 विधानसभा सीटों से करीब-करीब 100 कार्यकर्ताओं को समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है। माना जा रहा है कि इस कार्यक्रम में पूरे प्रदेश से 40 हजार से अधिक भाजपा कार्यकर्ता भाग लेने पहुंचेंगे। वे योगी सरकार को एक बार फिर बनता देखेंगे और अपने गावों तक पहुंच कर इस कार्यक्रम के बारे में लोगों को बताएंगे। इसे भी वर्ष 2024 की तैयारी के तर्ज पर ही देखा जा रहा है।
योगी का शपथ ग्रहण समारोह स्थल अटल बिहारी वाजपेयी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में सायं 4ः30 पर होना है। योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही भाजपा वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियां भी शुरू कर देगी। इसको लेकर इस कार्यक्रम को पार्टी के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। 2024 की सत्ता के सेमीफाइनल के रूप में इस चुनाव को पेश किया जा रहा था। इसमें भारी जीत के साथ ही भाजपा ने अब अपनी रणनीति पर आगे बढ़ने का निर्णय लिया है। इस कार्यक्रम में भाजपा के सीनियर नेताओं के साथ-साथ, कई राज्यों के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री,ये लोग कार्यक्रम में भाग लेने आने वाले प्रदेश भर के कार्यकर्ताओं पर अलग प्रभाव डालेंगे।
योगी के दूसरे शपथ ग्रहण समारोह में तमाम अतिथियों को आमंत्रण भेजा जा चुका है। जिन मुख्यमंत्रियों के कार्यक्रम में भाग लेने की उम्मीद है, उनमें गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, कर्नाटक के सीएम बासवराज बोम्मई और असम के सीएम हिमंता विस्वा सरमा शामिल हैं। इनके अलावा अरुणाचल प्रदेश के सीएम पेमा खांडू, त्रिपुरा के सीएम बिप्लब कुमार देब, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी, मणिपुर के सीएम एन. बीरेन सिंह और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत भी कार्यक्रम में मौजूद रह सकते हैं। इसके अलावा बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद और रेणु देवी आदि भी कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं।
योगी आदित्यनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में आरएसएस के पदाधिकारियों के भी शामिल होने की चर्चा है। दरअसल, यूपी चुनाव का रिजल्ट जारी होने के बाद आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत से योगी आदित्यनाथ की मुलाकात हुई थी। सरसंघचालक गोरखपुर मंदिर में पहुंच कर पूजा-अर्चना की थी। इस दौरान योगी के साथ उनकी 40 मिनट तक बैठक चली थी। योगी को संघ का करीबी माना जाता है। ऐसे में माना जा रहा है कि संघ के पदाधिकारी योगी के शपथ ग्रहण में पहुंचकर वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए जमीन तैयार करने का संदेश दे सकते हैं।
योगी के शपथ ग्रहण समारोह में कई मठों और मंदिरों के पूजारियों की भी मौजूदगी रहने वाली है। योग गुरू स्वामी रामदेव भी इस मौके पर लखनऊ पहुंच रहे हैं। इसके अलावा अयोध्या, मथुरा, काशी और गोरखपुर समेत प्रदेश के विभिन्न हिस्सों के मठों और मंदिरों के महंत और पुजारियों को भी कार्यक्रम में आमंत्रण भेजा गया है। वे भी इस कार्यक्रम में शामिल होने लखनऊ पहुंच सकते हैं।
योगी के शपथ ग्रहण समारोह में कई फिल्मी सितारों को भी न्योता भेजा गया है। सूत्रों के अनुसार, अनुपम खेर, अक्षय कुमार, कंगना रानौत, कश्मीर फाइल्स के निर्देशक विवेक अग्निहोत्री सहित तमाम सिलेब्रिटिज को भी इस कार्यक्रम में बुलावा भेजा गया है। योगी ने पिछले कार्यकाल के दौरान नोएडा में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की थी। उन्होंने मुंबई में फिल्म जगत के लोगों से मुलाकात कर इस मामले में राय भी ली थी। फिल्म सिटी निर्माण को लेकर योजना आगे भी बढ़ी है। माना जा रहा है कि इस कार्यकाल में इसे पूरा कराने की दिशा में कार्य तेजी से बढ़ेगा। ऐसे में कई सितारे उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं।