आज हम आपके साथ शेयर करने जा रहे है प्रेगनेंसी के दौरान दीपावली के त्यौहार में अपना ख्याल कैसे रखे. अक्सर त्योहारों में हम काशन के माहौल में गम हो जाते है फिर दोस्तों व मेहमानो का आना जान अलग रहता है इस बीच प्रेग्नेंट या गर्भवती महिला को अपना ध्यान रखने की फुर्सत नहीं रहती लेकिन हम आपके साथ कुछ टिप्स शेयर कर रहे है इससे जरूर ध्यान दे. सबसे पहले ध्यान दे कीदिवाली के लिए घर की साफ-सफाई कर रही हैं, तो अधिक भारी सामान आप खुद अकेले ना उठाएं. अधिक वजन उठाने से आपकी या आपके बच्चे की स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ सकता है.इस साफ-सफाई व घर के कार्य के बीच अपने खानपान को ना भूल जाएं. कार्य के बीच ब्रेक लेकर एक-दो फल खाएं या जूस पी लें. लगातार कार्य करने से बचें अन्यथा आपको थकान व कमर दर्द होने कि सम्भावना है. इस समय सभी विटामिन डाइट में शामिल करें. विटामिन व फाइबर शिशु की स्वास्थ्य के लिएभी महत्वपूर्ण हैं.
पटाखों से होने वाले प्रदूषण में अधिक देर तक बाहर ना रहें. पटाखों से निकलने वाले कार्बन डाइऑक्साइड, नाइट्रस ऑक्साइड जैसी गैस सांस के जरिए शरीर में पहुंच कर खतरनाक परिणाम दे सकती हैं. आप सांस लेंगी तो हानिकारक व जहरीले धुएं शिशु की स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं हैं. आप चाहें तो ईको फ्रेंडली दीपावली मना सकती हैं. पटाखे, गुलाल सब कुछ ईको फ्रेंडली खरीदें.दिवाली के दिनतरह-तरह के पकवान, मिठाइयां, नमकीन, ड्राई फ्रूट्स खाने के लिए रहते हैं. बिना सोचे-समझे खाने से बचें. मार्केट की मिलावटी मिठाइयों को खाने से बचें. प्रेग्नेंसी में शरीर में इन्सुलिन का असंतुलन व अधिक फैट प्रजनन के लिए बड़ा खतरा होने कि सम्भावना है. प्रदूषण से स्कीन को भी नुकसान पहुंचता है. दीपावली में होने वाल प्रदूषण स्वास्थ्य पर भी बुरा प्रभाव डालते हैं. स्कीन बहुत कोमल, गम्भीर व संवेदनशील होती है, ऐसे में किसी भी एलर्जी, रेड रैशेज से बचने के लिए चेहरे को साफ करना ना भूलें.प्रदूषण के कारण एलर्जी होता है, जिससे स्कीन में जलन, लाल चकत्ते पड़ना व फुंसियां होना आम बात है.