पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने हिमाचल प्रदेश कांग्रेस की संचालन समिति ( स्टीयरिंग कमेटी) के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है।पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में शर्मा ने कहा है कि वह अपने आत्मसम्मान से समझौता नहीं कर सकते और इसलिए इस्तीफा दे रहे हैं।
आनंद शर्मा पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी के करीबी रहे हैं।शर्मा के इस्तीफे से एक बात और साफ हो जाती है कि हिमाचल प्रदेश कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।
इस साल हिमाचल में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में आनंद शर्मा की हाईकमान से नजदीकियों से जोड़कर समीकरण में बदलाव देखा जा रहा था। अब आनंद शर्मा के इस्तीफे ने पार्टी नेताओं को चौंका दिया है।
उनका इस्तीफा देने का क्या कारण रहा है, इस पर चर्चा का बाजार गर्म है। गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाए जाने के कुछ घंटे बाद ही इस्तीफा दे दिया था।
गुलाम के बारे में बताया गया कि उन्होंने स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दिया। अंदरखाने बात निकल कर आई कि आजाद पार्टी के फैसले से खुश नहीं है। उन्हें इस बात का मलाल था कि कई जमीनी नेताओं को नजरअंदाज किया गया।