‘ज्यादा मैच खेलने से लाइन लेंथ बेकार हुई’
उमेश (Umesh Yadav) ने एक्सरसाइज मैच के बाद कहा, ‘मैं विदर्भ क्रिकेट अकादमी गया व वहां कोच सुब्रतो बनर्जी के साथ कार्य किया। मैंने अपनी गेंदबाजी पर उनकी राय पूछी।मेरी समस्या गेंद की लंबाई को लेकर थी। जब आप ज्यादा क्रिकेट खेलते है तो कई तेज गेंदबाजों के साथ ऐसा होता है। ज्यादा क्रिकेट खेलते समय आप ठीक लाइन व लेंथ पर गेंद डालने में नाकाम रहते है। मैंने इस पर कार्य किया है। ‘
उमेश यादव ने किया लाइन-लेंथ पर कामउमेश यादव (Umesh Yadav) ने बोला कि वेस्टइंडीज ए के विरूद्ध वह ठीक लाइन व लेंथ पर गेंद डालने में पास रहे। उमेश ने कहा, ‘मैं लंबे समय के बाद एक्सरसाइज मैच खेल रहा हूं।मैं यहां पहले एक मैच में इंडिया ए के लिए खेल चुका हूं। पिच ज्यादा अलग नहीं है व यहां स्विंग भी मिल रहा था। ‘ उन्होंने कहा, ‘अभ्यास मुकाबले में मेरा ध्यान गेंद को सटीक लेंथ पर डालने का था। मेरी प्रयास ज्यादा से ज्यादा डाट गेंद करने की थी। मैं ऐसा करने में पास रहा। ‘
‘लाइन-लेंथ वापस पाई’
ऑस्ट्रेलिया के विरूद्ध पिछले वर्ष दिसंबर में अपना आखिरी टेस्ट मैच खेलने वाले 31 वर्ष के इस गेंदबाज ने घरेलू प्रतियोगिताओं व आईपीएल में भी भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद मैं रणजी ट्रॉफी (विदर्भ के लिए) खेला व हम जीते। इसके बाद मैं आईपीएल (रायल चैलेंजर बैंगलोर) में भी खेला। मैंने पिछले ढाई महीने अपनी गलतियों को सुधारने व लय वापस पाने पर लगाये। ‘
भारतीय टीम में स्थान बनाने के लिए तेज गेंदबाजों के बीच हो रही प्रतिस्पर्धा के बारे में पूछे जाने पर उमेश ने कहा, ‘जब आपको पता है कि आप एक के बाद एक टेस्ट मैच खेलने वाले है तो आपको बेंच-स्ट्रेंथ की आवश्यकता होती है। सभी तेज गेंदबाजों को पता है कि अच्छी प्रतिस्पर्धा है व सबको मौका मिलेगा। जो अच्छा करेगा उसे ज्यादा खेलने का मौका मिलेगा।