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थोक मुद्रास्फीति दर में कमी आने से मिली आम जनता को राहत…

थोक मुद्रास्फीति दर जून में मई महीने की तुलना में कम रही. यह जून महीने में 2.02 फीसदी रही. जबकि, मई में यह आंकड़ा 2.45 फीसदी पर था. बीते वर्ष इसी महीने यानी जून 2018 में थोक महंगाई दर 5.68 प्रतिशत थी.थोक मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति दर मई में 22 महीने के निचले स्तर यानी 2.45 फीसदी पर रही थी. इसकी प्रमुख वजह खाद्य सामग्री, ईंधन  बिजली की दरों का कम होना है. यह जुलाई 2017 के बाद लगभग 22 महीने बाद थोक मुद्रास्फीति का सबसे निचला स्तर है. जुलाई 2017 में इसकी दर मात्र 1.88 फीसदीथी.

अप्रैल 2019 में यह 3.07 फीसदी रही, जबकि मई 2018 में यह 4.78 फीसदी थी. खाद्य वस्तुओं में थोक मुद्रास्फीति का स्तर 6.99 फीसदी रहा, जबकि अप्रैल में यह 7.37 फीसदी था. हालांकि महीने के दौरान प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी देखी गयी  इसकी मुद्रास्फीति की दर 15.89 फीसदी रही.

सब्जियों की थोक मुद्रास्फीति इस दौरान नरम पड़कर 33.15 फीसदी रही जबकि अप्रैल में यह 40.65 फीसदी थी. आलू की थोक मुद्रास्फीति मई में घटकर शून्य से 23.36 फीसदी नीचे रही जबकि अप्रैल में यह शून्य से 17.15 फीसदी नीचे थी. ईंधन एवं बिजली क्षेत्र में मुद्रास्फीति की दर घटकर 0.98 फीसदी रही जो पिछले महीने 3.84 फीसदी थी.

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