अमरीका के सीमा शुल्क व सीमा सुरक्षा के कार्यवाहक प्रमुख ने मंगलवार को त्याग पत्र दे दिया. कार्यवाहक आयुक्त जॉन सैंडर्स ने अमरीकी राष्ट्रपति के सख्त आव्रजन प्रथामिकताओं को लागू करने में अहम किरदार निभाई है. उनकेे स्थान पर मार्क मॉर्गन को लाया जा रहा है.
इन्हें बीते महीने ही अमरीकी आप्रवासन व सीमा शुल्क प्रवर्तन का कार्यवाहक निदेशक नामित किया गया था. इस दौरान अपने करियर को लेकर जॉन सैंडर्स ने पुरानी यादों को ताजा किया. उन्होंने बोला कि मेरी सफलता में सभी का सहयोग रहा है. आगे मुझे जो भी जिम्मेदारी मिलेगी, वह उसे ईमानदारी के साथ निभाता रहूंगा.
आपातकालीन धन विधेयक को पारित करने का आह्वान
गौरतलब है कि आकस्मित आए इस निर्णय को लेकर ट्रंप प्रशासन भी दंग है. उनकी स्थान मार्क मॉर्गन को लाए जाने की घोषणा दो अधिकारियों ने मीडिया में आकर दी है. मगर इसके कारण को उजागर नहीं किया.
पिछले सप्ताह एक इंटरव्यू में, सैंडर्स ने पैसे की कमी का हवाला देते हुए कई योजनाओं के पूरा न होने की समस्या को सामने रखा था. उन्होंने कांग्रेस पार्टीको संकट को दूर करने के लिए 4.5 बिलियन डॉलर के आपातकालीन धन विधेयक को पारित करने का आह्वान किया था.
कानून की स्थिति बहुत बेकार है
वाइट हाउस में,ट्रंप ने बोला कि उन्होंने सैंडर्स के इस्तीफे के लिए नहीं कहा. ट्रंप ने अमरीकी सीमा अधिकारियों का बचाव करते हुए बोला कि कानून की स्थिति बहुत बेकार है व शरण नियम व कानून इतने बेकार हैं कि हमारी सीमा पर गश्ती दल के लोग,जो इतने अविश्वसनीय हैं कि उन्हें अपना कार्य करने की अनुमति नहीं है.
ट्रंप प्रशासन को हाल के दिनों में सीमा पर बढ़ रही असुविधाओं को लेकर आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं. यहां पर लोगों के लिए भोजन व्यवस्था व महत्वपूर्ण सुविधा का अभाव है.ह्यूमन राइट वॉच का बोलना है कि अमरीका यहां पर आ रहे शरणार्थियों को उचित सुविधा नहीं दे रहा है. हाल में एक भारतीय बच्ची की मृत्यु पानी नहीं मिलने के कारण हो गई थी.इसकी मीडिया में जमकर आलोचना हुई.