कई बार ऐसा होता है जब हम बारिश में भीग कर घर आते हैं व मां तुरंत पंखा (fan) ऑफ कर देती हैं व तुरंत तौलिया लेकर बाल सुखाने की कवायद में लग जाती हैं। कई बार हमारे न मानने पर हमें डांट भी खानी पड़ती है। लेकिन ताजा हुए एक शोध में यह जानकारी सामने आई है कि बारिश में भीगने के बंद पंखे या AC की हवा में बैठने पर आपको सर्दी व जुकाम नहीं होता है। ऐसा केवल तभी होता है जब आपके आसपास संक्रमित आदमी या हवा में सर्दी जुकाम फैलाने वाले वायरस हों। अच्छा इसी प्रकार अगर आप रोज अभ्यास करते हैं व फैट की चर्बी काबू में हैं तो आपको जॉइंट पेन नहीं होगा। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि बारिश के मौसम में गठिया की समस्या बढ़ जाती है। इस सिलसिले में वर्जीनिया विश्वविद्यालय ने यह रिसर्च किया था जिसमें यह बात सामने आई कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि बारिश के मौसम में गठिया का दर्द बढ़ जाता है।अगर आपका रूटीन सामान्य नहीं है व आपकी जीवनशैली अस्थिर है तो आप किसी भी मौसम में बीमारी या संक्रमण के शिकार हो सकते हैं।
अगर आप नौकरी करते हैं व लगातार AC चैम्बर में बैठना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में हर घंटे कम से कम 10 मिनट बाहर जाकर वाक करें। कुर्सी पर बैठते वक्त पोशचर अच्छा रखें।कुर्सी पर पैर ऊपर कर या लटका कर बैठने से बचें। प्रयास करें कि घुटनों को कपड़े से ढंक कर बैठें।
कई बार वजन ज्यादा होने की वजह से पैर व घुटनों पर वजन पड़ता है जिसकी वजह से भी जोड़ों के दर्द की समस्या सामने आती है। इससे निजात पाने के लिए हलके गर्म ऑयल से जोड़ों की मसाज करें व खानपान में प्रोटीन युक्त डाइट को शामिल करें।
बारिश में भींगने के बाद भी आप पंखे की हवा में बैठते हैं व आपके आसपास जुकाम फैलाने वाले वायरस नहीं हैं तो आपको सर्दी जुकाम होने की कोई आसार नहीं है। बहुत ठंडे कमरे या मौसम में ऐसे वायरस ज्यादा एक्टिव हो जाते हैं।