जम्मू-कश्मीर में लगाए गए प्रतिबंध को चरणबद्ध ढंग से हटाना प्रारम्भ कर दिया है. शनिवार से कई इलाकों में 2जी इंटरनेट सेवा प्रारम्भ कर दी गई है. आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि जम्मू और कश्मीर पर ये प्रतिबंध अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी किए जाने के बाद लगाए गए थे.
एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू, रियासी जिले, सांबा, कठुआ व उधमपुर में टूजी इंटरनेट सेवा प्रारम्भ कर दी है. प्रदेश के मुख्य सचिव बी। वी। आर। सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को यह घोषणा की थी कि सप्ताहांत के बाद कश्मीर घाटी के सभी स्कूलों फिर से खुलेंगे, जबकि सरकारी कायार्लयों में शुक्रवार से कामकाज हो गया. ऑफिसर ने बोला था कि दूरसंचार लिंक धीरे-धीरे बहाल होंगे. उन्होंने बोला कि सीमा पार से आने वाले आक्रामक बयानों के मद्देनजर 14 और 15 अगस्त को कुछ प्रतिबंध महत्वपूर्ण थे.
कश्मीर में 12 दिन से जारी लॉकडाउन में नहीं गई किसी आदमी की जान
जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव बी। वी। आर। सुब्रमण्यम ने शुक्रवार को बोला कि बीते 12 दिनों से लॉकडाउन के दौरान कश्मीर घाटी में किसी आदमी की जान नहीं गई है. उन्होंने घोषणा की कि प्रतिबंध हटाए जाएंगे व अगले कुछ दिनों में दशा में सुधार होने के साथ ‘जीवन पूरी तरह से सामान्य हो जाएगा.‘ विदेशी मीडिया रिपोर्ट का जवाब देते हुए सुब्रमण्यम ने बोला कि प्रतिबंधों में ढील देने के लिए धीरे-धीरे कदम उठाए जा रहे हैं, ऐसा बन रहे दशा के साथ-साथ लोगों से शांति के लिए मिल रहे योगदान के मद्देनजर किया जा रहा है.
सुब्रमण्यम ने जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा निष्प्रभावी किए जाने के बाद घाटी में प्रदर्शनों के दौरान मृत्यु और गंभीर रूप से घायल होने की बात का खंडन किया. पाक कश्मीर मामले पर हिंदुस्तान के विरूद्ध अंतरार्ष्ट्रीय राय तैयार करने के लिए विदेशी मीडिया रिपोर्ट का प्रयोग कर रहा है. मुख्य सचिव ने बोला कि शुक्रवार की नमाज के बाद वहां अलगे कुछ दिनों में प्रतिबंधों में ढील दी जाएगी, यह क्रमबद्ध ढंग से किया जाएगा.
सुब्रमण्यम ने घोषणा की कि सोमवार से ‘क्षेत्रवार’ स्कूल खुलेंगे, जिससे बच्चों की पढ़ाई का नुकसान नहीं हो. उन्होंने कहा, “आवाजाही पर प्रतिबंंध क्षेत्र वार हटाए गए हैं, इन इलाकों में सार्वजनिक परिवहन प्रारम्भ होंगे.” उन्होंने घोषणा की कि सरकारी कायार्लय शुक्रवार से पूरी तरह से कामकाज करना प्रारम्भ कर दिया है.
मोबाइल कनेक्टिविटी बहाल करने पर उन्होंने बोला कि यह चरणबद्ध ढंग से धीरे-धीरे की जाएगी. ऐसा आतंकवादी संगठनों द्वारा मोबाइल कनेक्टिविटी का प्रयोग संगठित रूप से आतंकवादी कार्रवाई करने के लगातार खतरे को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा. घाटी में मोबाइल कनेक्टिविटी 4 अगस्त से बंद है.
सुब्रमण्यम ने बोला कि 22 जिलों में से 12 में कामकाज सामान्य है. उन्होंने कहा, “ऐसे तरीका किए गए जिससे सुनिश्चित किया गया कि एक भी जान का नुकसान नहीं हो या कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हो. यह बंदोवस्त शांति और व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया. आतंकी संगठनों और कट्टरवादी समूहों के पुख्ता कोशिश के बावजूद हमने जनहानि को रोका. पाक द्वारा दशा को अस्थिर करने का लगातार कोशिश किया गया.”
राजनेताओं की नजरबंदी की लगातार हो रही है समीक्षा
राजनेताओं की नजरबंदी पर ऑफिसर ने बोला कि प्रिवेंटिव डिटेंशन की लगातार समीक्षा की जा रही है व कानून और व्यवस्था के आकलन के आधार पर उचित फैसला लिया जाएगा.इन राजनेताओं में पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती और अन्य शामिल हैं.
उन्होंने बोला कि यह जम्मू और कश्मीर के लोगों का योगदान है, जिससे शांति और सार्वजनिक व्यवस्था को बनाए रखने में खासा मदद मिली. सुब्रमण्यम ने बोला कि प्रशासन का फोकस जल्द से जल्द सामान्य दशा बहाल करने पर है, जबकि यह भी सुनिश्चित करना है कि आतंकी ताकतों को कोई मौका नहीं दिया जाए.