अयोध्या में राम मंदिर बाबरी मस्जिद भूमि विवाद मामले को लेकर गठित मध्यस्थता पैनल ने आज सुप्रीम कोर्ट को अपनी स्टेटस रिपोर्ट सौंप दी है। इस रिपोर्ट में मामले के हर पक्षकार के नजरिए और दलीलों का व्यापक रूप से जिक्र किया गया है।
सुप्रीम कोर्ट अब इस मामले पर कल यानि शुक्रवार को सुनवाई करेगा। इसके साथ ही फाइनल रिपोर्ट देखने के बाद सुप्रीम कोर्ट में रोजाना सुनवाई पर भी फैसला होगा। बता दें कि राम मंदिर बाबरी मस्जिद भूमि विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थता कमेटी की थी और इसे निश्चित समय सीमा में अपनी रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया था। 18 जुलाई को मध्यस्थता कमेटी को हिंदू और मुस्लिम पक्षकारों के बीच सहमति बनाने के लिए 31 जुलाई तक वार्ता जारी रखने का निर्देश दिया था।
दिल्ली के उत्तर प्रदेश सदन में मध्यस्थता कमेटी की बैठक हुई थी, लेकिन जिसमें सहमति नहीं बन पाई। आपसी सहमति से अयोध्या भूमि विवाद को हल करने की कमेटी की यह अंतिम कोशिश थी। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व में सुप्रीम कोर्ट की एक खंडपीठ 2 अगस्त को मामले की सुनवाई करेगी।
मध्यस्थता कमेटी के अध्यक्ष सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जस्टिस एफएमआई खलीफुल्ला हैं। साथ ही इसमें दो अन्य मेंबर आध्यात्मिक गुरु श्रीश्री रविशंकर और वरिष्ठ वकील श्रीराम पांचू हैं। 31 जुलाई तक सुप्रीम कोर्ट ने मध्यस्थतों से कोर्ट की निगरानी में गोपनीय प्रक्रिया जारी रखने का निर्देश दिया था।