पाकिस्तान की एक बार फिर इंटरनेशनल बेइज़्ज़ती हो गई है। यूनाइडेट नेशन सिक्योरिटी काउंसिल में भी कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दे पर पाकिस्तान और चीन को करारा झटका लगा है। भारत को घेरने का उनका एजेंडा फेल हो गया है।
खास बात ये रही कि रूस और फ्रांस समेत यूएन के 15 सदस्यों में ज़्यादातर देशों ने भारत का साथ दिया और इमरान खान की इंटरनेशनल साज़िश फेल कर दी। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को पूरी दुनिया के सामने जमकर धोया और आतंकवाद पर भी आईना दिखा दिया।
न्यूयॉर्क में यूएन के हेडक्वार्टर में बंद कमरे के अंदर कश्मीर पर अनौपचिरक बैठक हो रही थी। पाकिस्तान और चीन ने पूरा ज़ोर लगाया था कि कश्मीर पर यूएन दखल दें लेकिन बंद कमरे में जो कुछ हुआ उसने पाकिस्तान के भम्र को चकनाचूर कर दिया। जब वो बंद कमरा खुला तो उसी के साथ पाकिस्तान और चीन की पोल भी खुल गई।
मीटिंग में पाकिस्तान ने कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के भारत के फैसले का विरोध किया तो भारत ने कहा कि कश्मीर हिंदुस्तान का अभिन्न अंग है और इससे दूसरे देश का कोई लेना देना नहीं है।
वहीं पाकिस्तान की पैरवी करने पहुंचे चीन ने कश्मीर के हालात बेहद चिंताजनक बताए तो रूस भारत के साथ खड़ा हुआ और साफ कह दिया कि कश्मीर मसला भारत-पाकिस्तान बातचीत से ही हल करें।
इंडिया टीवी न्यूज़ डॉट कॉम के अनुसार, रूस के बाद फ्रांस ने भी भारत का साथ दिया और फिर इमरान का पाकिस्तान उस बंद कमरे में पानी पानी हो गया क्योंकि सुरक्षा परिषद के कुल 15 देशों में ज़्यादातर देश भारत के रुख के साथ दिखे।
हालात ये रहे कि अपने पैरों पर पाकिस्तान के लोटने के बाद जो चीन ज़िद करके कश्मीर के मुद्दे को यूएन तक घसीट ले गया था वहां उसकी भी एक नहीं चली। इस मुद्दे को यूएन में औपचारिक तौर पर उठाने के लिए कम से कम 9 देशों का समर्थन हासिल करना था। पाकिस्तान उससे भी कोसों दूर रह गया।