ग्रह हमारे ज़िंदगी में अहम किरदार निभाते हैं. हमारी खुशी व दुख दोनों के लिए यह जिम्मेदार होते हैं.मनुष्य जब जन्म लेता है तभी से ग्रहों की स्थिति उसके ज़िंदगीपर असर डालना शुरु कर देती है. ज्योतिषाचार्य जन्म कुंडली में इन्हीं ग्रहों की स्थिति देखकर मनुष्य का स्वभाव, कद-काठी व उसके भविष्य के बारे में पता लगाते हैं. जानते हैं कि यह नौ ग्रह हमें कैसे प्रभावित करते है .1.सूर्य
- सूर्य कुंडली के सबसे अहम ग्रहों में से एक है. ये मनुष्य का मान-सम्मान तय करता है. सूर्य अगर शुभ है तो प्रसिद्धि मिलती है, लेकिन अगर सूर्य अशुभ हो तो अपमान का सामना भी करना पड़ता है.
2. चंद्र
- चंद्र हमारे मन से जुड़ा ग्रह है. यदि किसी आदमी की कुंडली में चंद्र शुभ हो तो वह शांत प्रवृत्ति वाला होता है. उसका चित्त कभी विचलित नहीं होता वो मुश्किल परिस्थितियों में भी अच्छा व्यवहार करता है.
3. मंगल
- यदि किसी की कुंडली में मंगल शुभ जगह पर बैठा हो तो वो बेहद पराक्रमी होता है. उसमें संयम रखने की क्षमता होती है. यदि मंगल शुभ हो तो ऐसा आदमी कुशल प्रबंधक बनता है. यदि मंगल निर्बल हो तो जातक बेहद डरपोक व निर्बल हो जाता है.
4. बुध
- बुध ग्रह बोली व बुद्धि का प्रतीक होता है. यदि बुध ग्रह शुभ हो तो ये अत्यधिक बुद्धिमान बनाता है. अगर बुध ग्रह बेकार हो तो मस्तिष्क से जुड़े कार्य करने में कठिनाई आती है.
5. गुरु
- गुरु ग्रह किस्मत का कारक है. यह हमारी धार्मिक भावनाओं को नियंत्रित करता है. यदि किसी की कुंडली में गुरु अशुभ हो तो छोटे से छोटे कार्य में भी अड़चन आती है. मेहनत का फल भी नहीं मिलता.
6. शुक्र
- शुक्र ग्रह सुंदरता का कारक है. इसके शुभ होने से जातक सुंदरता की ओर आकर्षित होता है साथ ही उसे हर तरह का सुख मिलता है. शुक्र की अशुभ स्थिति ज़िंदगी में अंधकार ले आती है.
7. शनि
- यदि किसी की कुंडली में शनि शुभ होता है तो वह ताकतवर, सांवले रंग का व सभी सुखों को प्राप्त करने वाला होता है. शनि देवता की कृपा ऐसे लोगों पर हमेशा बनी रहती है, लेकिन शनि की अशुभ दृष्टि ज़िंदगी में कठिनाईयां व परेशानियां लाती हैं.
8. राहु
- राहु के अच्छे बुरे असर के बारे में हर किसी ने सुना है. कुंडली में शुभ राहु कठोर, प्रबल व तेज बुद्धि वाला बनाता है. यदि राहु बुरा फल देने लगे तो समझिए आपके ज़िंदगी में मुश्किल परिस्थितियां आने वाली हैं.
9. केतु
- केतु आदमी को दयालु बनाता है. ऐसे लोग गरीबों का भला करते हैं. अगर केतु अशुभ है तो आदमी के दुश्मन जन्म लेते हैं. यदि आप ऊंचे पद पर हैं तो आपका पतन प्रारम्भ हो जाएगा.