लखनऊ। यूपी के छह जिलों में हुए अवैध खनन की जांच कर रही सीबीआई के राडार पर आधा दर्जन और अफसर आ गए हैं। ये अफसर सपा शासन काल में बतौर जिलाधिकारी, खनन विभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात रह चुके हैं। जांच एजेंसी ने इन लोगों से पहले ही दिल्ली तलब कर पूछताछ कर चुकी है।
सीबीआई की जांच के दायरे में
सीबीआई की जांच के दायरे में फिलहाल हमीरपुर, देवरिया, फतेहपुर, कौशांबी, शामली और सिद्घार्थनगर जिले हैं। इसमें से देवरिया, फतेहपुर और हमीरपुर के तत्कालीन जिलाधिकारियों से जांच एजेंसी न सिर्फ पूछताछ कर चुकी है बल्कि उनके घरों को भी खंगाल चुकी है।
अब नंबर उन अधिकारियों के हैं जो बाकी के बचे जिलों में तैनात रहे। सूत्रों का कहना है कि जल्द सीबीआई इन जिलों में हुए घोटाले के समय तैनात रहे अधिकारियों को अपनी जांच में शामिल कर, उनके खिलाफ कार्रवाई कर सकती है।
सीबीआई के सूत्रों की मानें तो अवैध खनन से जुड़े मामले में कम से कम प्रदेश के एक दर्जन अधिकारियों से दिल्ली बुलाकर पूछताछ हो चुकी है। इसमें से हमीरपुर में डीएम रहीं बी चंद्रकला, फतेहपुर में डीएम रहे अभय, देवरिया में डीएम रहे विवेक, देवरिया में ही अपर जिलाधिकारी रहे देवी शरण उपाध्याय, प्रमुख सचिव खनन रहे जीवेश नंदन और विशेष सचिव खनन रहे संतोष कुमार का नाम सामने आ चुके हैं। बाकी में एक प्रमुख सचिव स्तर के अधिकारी, दो विशेष सचिव और तीन पूर्व में बतौर जिलाधिकारी तैनात रहे अफसरों से भी जांच एजेंसी ने पूछताछ की है।