सामाजिक, सांस्कृतिक व वित्तीय रूप से अहम् होने की वजह से महासागर अत्यंत उपयोगी हैं. महासागरों के प्रति जागरूकता के मकसद से प्रति साल 8 जून को दुनिया महासागर दिवस के रूप में मनाया जाता है. हर वर्ष एक थीम विशेष पर सारे दुनिया में महासागर दिवस से संबंधित आयोजन किए जाते हैं. इस साल की थीम ”लिंग व महासागर” है.विश्व महासागर दिवस मनाए जाने के पीछे मकसद केवल महासागरों के प्रति जागरुकता फैलाना नहीं है, बल्कि विश्वभर में महासागरों की सम्मान व भविष्य में इनके समक्ष खड़ी चुनौतियों से भी अवगत करवाया जाता है. इतना ही नहीं, इस दिवस पर कई महासागरीय पहलू जैसे-खाद्य सुरक्षा, जैव-विविधता, पारिस्थितिक संतुलन,सामुद्रिक संसाधनों के अंधाधुंध इस्तेमाल, जलवायु में हो रहा बदलाव आदि पर प्रकाश डालना है.
हजार वर्ष दुनिया महासागर दिवस के मौके पर दुनियाभर के राष्ट्रों में महासागरों से संबंधित विषयों पर कई तरह के आयोजन किए जाते हैं. इनका मकसद महासागर को लेकर सकारात्मक अैर निगेटिव पहलुओं को संसार भर के लोगों के सामने प्रदर्शित करना व लोगों में इसके प्रति जागरूकता फैलाना है. जानकारी के लिए आपकी जानकारी के लिए बताते चलें कि दुनिया महासागर दिवस साल 1992 में रियो डी जनेरियो में आयोजितकिए गए ‘पृथ्वी ग्रह’ नामक फोरम में हर वर्ष मनाए जाने के लिए प्रस्तावित किया गया था व इसी दिन दुनिया महासागर दिवस हमेशा मनाए जाने का ऐलान भी किया गया था.