आम का मौसम आता है तो हर किसी का जी आम खाने के लिए ललचाता है, लेकिन डायबिटीज वालों को डॉक्टर भी आम खाने से रोक देते हैं. इस वजह से वे डायबिटीज मरीज आम के स्वाद का लुत्फ नहीं उठा पाते, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. अब आम की ऐसी किस्म तैयार की गई है, जिसको शुगर के मरीज भी जी भरकर खा सकते हैं. इससे शुगर लेवल रत्ती भर नहीं बढ़ेगा.
जी हां सोशल मीडिया पर जामुनी रंग का आम जबदस्त वायरल हो रहा है, जिसे शुगर के लिए फायदेमंद बताया जा रहा है. खास बात यह है कि यह डायबिटीज फ्रेंडली आम भारत में ही पैदा हो रहा है. हालांकि यह भी दावा किया गया है कि 10 वर्ष की कड़ी मेहमन के बाद आम और जामुन की पौध को मिलाकर जामुनी रंग का आम बनाया गया है. इसमें ये भी दावा किया गया है कि उत्तर प्रदेश के बागों में ये आम पक कर तैयार है.
सोशल मीडिया पर जामुनी आम की तस्वीरें भी शेयर की गई हैं. इसको जब इंटरनेट पर सर्च किया गया तो पता चला कि विदेशों में भी इसके कई बाग हैं लेकिन हम जानना चाहते थे कि यूपी में कहां जामुनी आम उगाया जा रहा है. जामुनी आम की उन तस्वीरों के गूगल रिवर्स इमेज टूल पर डाला गया तो उसकी जड़ें यूपी में मिलीं. पामर आम की ये किस्म अमेरिका के फ्लोरिडा में विकसित की गई थी, लेकिन अब ब्राजील में बहुतायत में उगाए जाते हैं.
इसका पहला पेड़ 1925 में मियामी में लगाया गया था. जामुनी आमों की दूसरी तस्वीर साल 2001 से इंटरनेट पर उपलब्ध है. ब्राजील की एक नर्सरी की वेबसाइट पर इस तस्वीर को टॉमी एटकिन्स किस्म का बताया गया है. टॉमी एटकिन्स यूएस में आम की सबसे ज्यादा उगाई जाने फसल है.