Breaking News

डीएम साहब! यहां कोयले में जीने पर मजबूर हैं ग्रामीण

रायबरेली। ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी के कोयले के बीच जिंदगी को दांव पर रखकर रहने को मजबूर हो चुके है ग्रामीण। दो दर्जन से अधिक गांव के लोग जिनके सोते जागते खाते पीते कुछ मिलता है तो वह कोयले की राख मिलती है।कई लोग गांव छोडकर बाहर बस गए है और जो यहीं रहते है तो उनको संक्रामक रोग कोई न कोई बना रहता है।जिसको लेकर ग्रामीण एनटीपीसी को ही अभिशाप मान रहे है।ग्रामीणो को जिले के तेज तर्रार डीएम से उम्मीद है कि कोयला के निजात दिलाने मे सहयोग करेंगी।
बताते चले कि ऊंचाहार एनटीपीसी मे 210 मेगावाट की पांच यूनिट व 500 मेगावाट वाट की एक यूनिट स्थापित है।जिसमे कुल 6 यूनिट है।जिसमे कोयला व पानी से विद्युत उत्पादन होने पर यहां पर प्रतिदिन यूनिटों के प्रयोग मे लाने के लिए कोयला की पिसाई प्लांट मे लगे मशीन के द्वारा किया जाता है।जिसका कोयले के धूल के लिए एनटीपीसी के द्वारा पर्याप्त संसाधन न होने के कारण मशीन के पिसाई के द्वारा व यूनिटों मे मशीन के द्वारा डालने पर उस कोयला की धूल सीधे एनटीपीसी के सटे गांव बीकई,भीटा,वभनपुर,सरायपरसू,मीरापुर दमगानी,मोहनकापुरवा,पुरवारा,चरईकापुरवा,पूरे पाण्डेय समेत दो दर्जन से अधिक गांव मे कोयला की राख उडकर जाती है। जिसके कारण यहां के लोग  संक्रामक रोग से लोग निरंतर प्रभावित हो रहे है।जिसको लेकर जिम्मेदार एनटीपीसी के अधिकारी आंखे बंद किये हुए है। जिसके कारण इन गांवो के हालात ये है कि यहां पर कोई घर अछूता नही है जो सांस की बीमारी से ग्रसित न हो गांव बीकई के पूर्व प्रधान पुत्तीलाल मौर्य ने बताया कि सांस व टीवी एवं सफेद रोग आदि बिमारियों से भारी संख्या मे लोग प्रभावित है। यहां तक की कई लोगों की टीवी के रोग होने पर मौते तक हो चुकी है।श्री मौर्य ने बताया कि शिकायत कई बार किया गया लेकिन कोई सुनने वाला नही है।बिकई गांव के ही रहने वाली जिला पंचायत सदस्य रंजना चौधरी ने बताया कि यहां तो प्रतिदिन रात हो या दिन आधे आधे घण्टे मे छते काली पड जाती है और कोयला के कारण सफेद रंग से पुते मकान भी काले रंग मे कोयले के  धूल से हो जाते है जिसके कारण संक्रामक रोग से महिलाएं व पुरूष तक पीडित सदैव रहते है। जिसके लिए एनटीपीसी के द्वारा कोई विकल्प तक कई बार शिकायती पत्र भेजने के बावजूद नही किया गया है।जिसको लेकर पूर्व प्रधान मुरारमऊ राजेन्द्र यादव ने बताया कि जनप्रतिनिध से अस्वासन मिलता है जिले के ईमानदार छवि की तेज तर्रार डीएम नेहा शर्मा आई है जिनसे ही ग्रामीणों को कोयला से निजात की उम्मीद है।
ये हो सकती हैं बिमारियां- सीएचसी के अधीक्षक डॉ. आर बी यादव ने बताया कि कोयला के कारण त्वचा रोग,दमा,टीवी,बुखार,सफेद दाग आदि जैसे कई संक्रामक रोग होता है। इससे बचने के लिए कमरा सदैव बंद रखे और बाहर निकले तो मास्क लगाकर निकले और स्वच्छ जल सेवन करें कुंए का पानी ऐसे स्थलो से ना पिएं।
रिपोर्ट-रत्नेश मिश्रा 

About Samar Saleel

Check Also

शाहजहांपुर के मिर्जापुर में उमड़ी किसानों की भीड़, पुलिस ने कराया वितरण

शाहजहांपुर के मिर्जापुर स्थित साधन सहकारी समिति में गुरुवार को सुबह से ही खाद का ...