बॉलीवुड में मीटू मूवमेंट (#MeToo) अभियान को बढ़ावा देने वाली एक्ट्रेस तनुश्री दत्ता ने नाना पाटेकर पर यौन शोषण का आरोप लगाया था। 10 साल पुराने इस मामले पर पूरी जांच पड़ताल करने के बाद अब मुंबई पुलिस ने अपना फैसला सुनाया है। तनुश्री दत्ता के अरोपों को आधारहीन मानते हुए पुलिस ने नाना पाटेकर को बेकसूर घोषित किया है।
इस केस में पुलिस ने ‘बी रिपोर्ट’ (b report) फाइल की है। ‘बी रिपोर्ट’ तब फाइल की जाती है जब पुलिस को आरोपी खिलाफ एक भी सबूत नहीं मिलता है। ऐसे में मुंबई पुलिस से नाराज तनुश्री और उनके वकील का कहना है कि अब भी वो हार नहीं मानेेंगे और इंसाफ लेकर रहेंगे।
तनुश्री ने कहा है कि “मैंने पिछले साल जागरुकता पैदा करके भारत में सामाजिक, मानसिक और भावनात्मक परिवर्तन लाने की कोशिश की ताकि अपनी और दूसरों की मदद कर सकूं। इस देश में बहुत से बुद्धिजीवी लोगों को लगा कि मैं ओवरएक्टिंग कर रही हूं, हैं ना? कुछ लोगों को मेरी बात में तर्क भी दिखा। कई लोगों को लगता है कि जब महिला शक्ति मोड पर हो तो उसे संदेहास्पद रवैया रखते हुए चुपचाप स्वीकार कर लो।’
नुश्री ने आगे ये भी कहा कि ‘दादागिरी और उत्पीड़न का विरोध करने पर पागलपन, उन्मादी और अतिसंवेदनशील होने जैसे आरोप लगाए जाते हैं। खास तौर पर भारतीय/दक्षिण एशियाई समाज जो कि बहुत तेजी से एक नर्क का द्वार बनता चला जा रहा है। अब 3 साल के बच्चों को भी नहीं बख्शा जा रहा है। क्या आपको अब दिखाई दे रहा है कि आप कितना ज्यादा बीमार हो चुके हैं? आपके आसपास मौजूद समाज असल में आप ही का प्रतिबिंब है, इसलिए सामने वाले की तरफ उंगली उठाने से पहले जरा सोच लीजिए।’
आपको बता दें कि भारत में (#metoo) की शुरुआत तनुश्री दत्ता ने ही की थी। जिसके बाद बॉलीवुड से लेकर राजनीति तक, तमाम महिलाओं ने साहस दिखाया और अपनी दर्दनाक और चौंकाने वाली कहानियां उजागर की।