गूगल, एप्पल व अमेज़न के बाद अब फेसबुक लेटेस्ट टेक महान है, जो अपने मैसेंजर ऐप पर की गई आपकी वार्ता को सुनने व उसका अनुलेखन करने के लिए थर्ड-पार्टी कांटैक्टर्स को भुगतान कर रही थी।
वर्ष 2015 से ही फेसबुक मैसेंजर ने वीडियो क्लिप्स को टेक्टस में अनुलेखन करने के फीचर की पेशकश कर रही थी, हालांकि बाईडिफाल्ट यह बंद होता है। रिपोर्ट में बताया गया कि फेसबुक ने बोला कि प्रभावित यूज़र्स ने अपने मैसेंजर सेटिंग्स में अपने वॉयस चैट के अनुलेखन को मंजूरी देने का ऑप्शन चुना था।
जब ऐसी रिपोर्टें सामने आई कि ये कंपनियां यूज़र्स की वॉयस रिकार्डिग्स थर्ड पार्टी कांट्रैक्टर्स को सुना रही है, तो एप्पल, गूगल व अमेजन ने यूज़र के ऑडियो रिकार्डिग्स को इंसानों के ज़रिए की जाने वाली समीक्षा को रोक दिया। विवादों का सामना करने के बाद गूगल व एप्पल दोनों ने ही यूज़र्स की वार्ता की जासूसी बंद कर दी।