पश्चिम दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने दावा किया है कि उनके संसदीय क्षेत्र सहित शहर के कई भागों में सरकारी जमीन व सड़कों पर मस्जिदों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने यह भी बोला कि इससे शहर का ट्रैफिक प्रभावित हो रहा है व जनता को असुविधा हो रही है। इस मुद्दे पर सांसद ने मंगलवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल को लेटर लिखकर तत्काल कार्रवाई का अनुरोध किया है। उन्होंने उपराज्यपाल को लिखे लेटर में कहा, ‘मैं पूरी दिल्ली लेकिन खासकर मेरे संसदीय क्षेत्र (पश्चिम दिल्ली) के कुछ खास भागों में सरकारी जमीन, सड़कों तथा एकांत स्थानों पर मस्जिदों के तेजी से बढने के एक खास ढंग के रुख से अवगत कराना चाहता हूं। ‘
वर्मा ने मस्जिदों की वजह से ट्रैफिक व्यवस्था गड़बड़ाने के अतिरिक्त आम जनता को हो रही असुविधा की भी बात कही। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस मुद्दे को गंभीरता से लिया जायेगा व उपराज्यपाल के ऑफिस द्वारा तत्काल कार्रवाई सुनिश्चित की जायेगी।
2014 में मोदी लहर में पहली चुनाव जीतकर सांसद बने
प्रवेश वर्मा दिल्ली के पूर्व सीएम दिवंगत साहिब सिंह वर्मा के बेटे हैं। उन्होंने 2014 आम चुनाव में मोदी लहर में पहली बार जीत पंजीकृत की थी। प्रवेश साहिब सिंह वर्मा को दिल्ली भाजपा के एक बड़ा युवा चेहरा माना जाता है। उनका जन्म 7 नवंबर 1977 को दिल्ली में हुआ था। उनके परिवार में उनकी पत्नी स्वाति सिंह व 3 बच्चे हैं।
लोकसभा चुनाव 2019 में प्रवेश वर्मा आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी बलबीर सिंह जाखड़ व कांग्रेस पार्टी के महाबल मिश्रा चुनाव को हराकर दूसरी बार संसद पहुंचे हैं। हालांकि प्रवेश वर्मा ने वर्ष 2009 में ही सक्रिय पॉलिटिक्स में कदम रख लिया था। तब उन्होंने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी भी कर ली थी, लेकिन पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया।
वर्ष 2013 में दिल्ली विधानसभा के चुनाव में भाजपा ने प्रवेश वर्मा को महरौली विधानसभा से टिकट दिया था जिसमें उन्होंने जीत हासिल की थी। इसके बाद 2014 के आम चुनाव में मोदी लहर में प्रवेश वर्मा को पश्चिमी दिल्ली संसदीय सीट से भाजपा ने उम्मीदवार बनाया व यहां से जीत हासिल कर वह पहली बार संसद पहुंचे।