ब्राजील की राजधानी ब्राजीलिया में रविवार को हुए दंगों और तोड़-फोड़ पर पूरी दुनिया की नजर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इसे लेकर चिंता जताई है।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ब्राजीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगों और तोड़फोड़ पर गहरी चिंता व्यक्त की और ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन दिया।
पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “ब्रासीलिया में सरकारी संस्थानों के खिलाफ दंगे और तोड़फोड़ की खबरों से बेहद चिंतित हूं। लोकतांत्रिक परंपराओं का सभी को सम्मान करना चाहिए। हम ब्राजील के अधिकारियों को अपना पूरा समर्थन देते हैं।”
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ब्राजील में ‘लोकतंत्र पर हमले’ की निंदा की। बाइडेन ने ट्वीट किया, “मैं ब्राजील में लोकतंत्र पर और सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण पर हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों को हमारा पूरा समर्थन है और ब्राजील के लोगों की इच्छा को कमजोर नहीं किया जाना चाहिए। मैं @LulaOficial के साथ काम करना जारी रखने के लिए उत्सुक हूं।”
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने ‘ब्राजील के लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमले’ की निंदा की। उन्होंने जोर देकर कहा कि ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए।
गुटेरेस ने ट्वीट किया, “मैं ब्राजील की लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हुए हमले की निंदा करता हूं। ब्राजील के लोगों और लोकतांत्रिक संस्थानों की इच्छा का सम्मान किया जाना चाहिए। मुझे पूरा विश्वास है कि यह होगा। ब्राजील एक महान लोकतांत्रिक देश है।”
बता दें कि ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो के समर्थक रविवार को देश के कांग्रेस भवन, सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति भवन में घुस गए। एक सप्ताह पहले ही लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा ने ब्राजील के राष्ट्रपति का पदभार संभाला था। उन्होंने 30 अक्टूबर को हुए चुनाव में बोल्सनारो को हराया था।
सोशल मीडिया पर वायरल फोटो और वीडियो में बोल्सनारो समर्थकों को रविवार को राष्ट्रीय कांग्रेस और सुप्रीम कोर्ट की इमारतों में खिड़कियों और फर्नीचर को तोड़ते हुए देखा जा सकता है। प्रदर्शनकारी कांग्रेस भवन की छत पर चढ़ गए और एक बैनर फहराते जिस पर ब्राजील की सेना से ‘हस्तक्षेप’ करने की मांग की गई थी।
फोटोज और वीडियो में प्रदर्शनकारियों को राष्ट्रपति भवन में घूमते हुए दिखाया गया है। उनमें से कई ने हरे और पीले रंग के कपड़े पहने हुए हैं, जो कि ब्राजील के झंडे के रंग हैं।
सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के प्रयास में आंसू गैस का इस्तेमाल किया। कहा जा रहा है कि घटना को अंजाम देने में लगभग 3,000 लोग शामिल थे। प्रदर्शनकारियों की घेराबंदी में सुरक्षाकर्मियों को करीब 3 घंटे से अधिक का समय लगा।
बता दें कि बोल्सनारो ने चुनाव परिणामों को चुनौती दी है और स्पष्ट रूप से इसे स्वीकार नहीं किया है, हालांकि उन्होंने कहा कि वह सत्ता परिवर्तन में सहयोग करेंगे। इस बीच, एक स्थानीय अधिकारी के अनुसार, पुलिस ने सरकारी भवनों से भारी भीड़ को हटा दिया है और कम से कम 400 गिरफ्तारियां की हैं।
देश के संघीय जिले के गवर्नर इबनीस रोचा ने कहा कि ब्राजील की राजधानी में प्रमुख सरकारी भवनों पर बोलसोनारो समर्थक समर्थकों के हमले के बाद कम से कम 400 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को कहा कि तीन मुख्य सरकारी इमारतों- सुप्रीम कोर्ट, राष्ट्रपति भवन और कांग्रेस भवन से प्रदर्शनकारियों से हटा दिया गया है।