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औरैया में अभी तक 13790 मीट्रिक टन गेहूं खरीद, टीन सेड टूटने से गेंहू का उतार बाधित

औरैया। जिले में अभी तक 13790.85 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है जिसमें 8757.55 मीट्रिक टन गेहूं का भंडारण किया जा चुका है। जबकि भारतीय खाद्य निगम डिपो की गोदाम का टीन शेड उड़ जाने के कारण गेहूं का उतार बाधित चल रहा है। जिला खाद्य विपणन अधिकारी जिला सुधांशु शेखर चौबे ने सोमवार को बताया कि जिले में अब तक 13790.85 मीट्रिक टन गेहूँ की खरीद की गयी है जिसमें 8757.55 मीट्रिक टन का सम्प्रदान भारतीय खाद्य निगम डिपो में किया जा चुका है, जबकि अभी भी 5333.00 मीट्रिक टन गेहूँ क्रय केन्द्रों पर भण्डारित है। उन्होंने बताया कि जिले में कुल 71 गेहूँ क्रय केन्द्र संचालित हैं जिसमें 40 क्रय केन्द्रों का गेहूँ जनपद इटावा स्थित भारतीय खाद्य निगम इटावा में प्रेषित किया जा रहा है। शेष क्रय केन्द्रों का गेहूँ राज्य भंडारण निगम (एसडब्ल्यूसी) औरैया तथा भारतीय खाद्य निगम मिहौली डिपो में जा रहा है जहाँ प्रारम्भ से ही लेबर की कमी तथा अन्य कारणों से गेहूं का उतार प्रभावित रहा है।

उन्होंने बताया कि बीते शुक्रवार को जिले में आंधी और बारिश आने के कारण भारतीय खाद्य निगम गोदाम मिहौली के कई चैम्बरों के टीन शेड क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिसके कारण भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेहूं का उतार रोक दिया गया है, गोदाम के बाहर गेहूँ लगभग 60 ट्रक विगत 03 दिनों से उतार के लिए खड़े हैं। उन्होंने बताया कि आज गोदाम के निरीक्षण के दौरान अब तक गोदाम की मरम्मत नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त की गयी क्योंकि निरीक्षण के समय गोदाम के अधिकांश चैम्बरों में गेहूँ और चावल असुरक्षित तरीके से भण्डारित मिले, जिनके टीन शेड क्षतिग्रस्त होने के कारण बारिश होने की दशा में भीगने की पूरी आशंका है।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार के बाद से क्षतिग्रस्त टीन शेडों की मरम्मत के सम्बन्ध में कोई विशेष प्रयास नहीं दिखाई पड़ा, ऐसी दशा में भारतीय खाद्य निगम को डिपो के बाहर खड़ी ट्रकों को अन्य डिपो में डाइवर्ट करने की कार्यवाही कर दी जानी चाहिए थी। भारतीय खाद्य निगम द्वारा ऐसा नहीं करने के कारण अनावश्यक रूप से ट्रकों की हल्टींग लग रही है तथा ट्रकों के उपलब्ध नहीं होने के कारण क्रय केन्द्रों पर काफी मात्रा में गेहूं डम्प है, जिनकी बारिश से सुरक्षा की समस्या उत्पन्न हो रही है।

जिला खाद्य विपणन अधिकारी औरैया द्वारा भारतीय खाद्य निगम के स्थानीय अधिकारियों को चेतावनी दी गयी कि गेहूं की डिलीवरी बाधित होने के कारण गेहूं की खरीद प्रभावित होने तथा क्रय केन्द्रों पर गेहूं के भीगने की समस्त जिम्मेदारी एफ.सी.आई. की होगी। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी तथा सम्भागीय खाद्य नियंत्रक कानपुर संभाग को अवगत करा दिया गया है। साथ ही गेहूं के त्वरित सम्प्रदान हेतु पी.सी.एफ. के सभी क्रय केन्द्रों का सम्बद्धीकरण जनपद इटावा से किए जाने हेतु एरिया मैनेजर कानपुर को पत्र प्रेषित किया गया है। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों द्वारा डिपो के बाहर खड़ी सभी ट्रकों को अनलोड करने का आश्वासन दिया गया है।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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