ऑटो सेक्टर में गिरावट का दौर लगातार जारी है। पिछले काफी समय से ऑटो सेक्टर में गिरावट देखने को मिली जो नवंबर में भी कायम है। नवंबर महीने में कुल बिक्री में 12.5 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। कर्मशियल गाड़ियों की बिक्री में भी 14.9 प्रतिशत की गिरावट हुई। हालांकि, पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री बढ़ी है, लेकिन ऑटो सेक्टर में लगातार हो रही गिरावट की वजह से मंदी का असर साफ नजर आ रहा है।
सोसाइटी ऑफ ऑटो मनुफैक्चरर्स (SIAM) ने एक आंकडा जारी किया है। नवम्बर में कुल 2,90,727 पैसेंजर वेहिकल का प्रोडक्शन हुआ जबकि नवम्बर 2018 में 279382 पैसेंजर व्हीकल का उत्पादन हुआ था। पैसेंजर व्हीकल सेगमेंट में कारों के सेल्स में 10.83 % की गिरावट।
जारी किए गए आंकड़े में नवम्बर महीने में पैसेंजर व्हीकल की सेल्स में 0.84 % की गिरावट। नवम्बर 2019 में कुल 2,63,773 पैसेंजर गाड़ियों की बिक्री हुई जबकि 2018 नवम्बर में 2,66,000 गाड़ियों की बिक्री हुई थी। टू व्हीलर का प्रोडक्शन जहाँ 2.01 % घटा है वहीं सेल्स में भी 14.27% की गिरावट आई है।
अप्रैल से नवम्बर 2019 तक में गाड़ियों के प्रोडक्शन में 1.41 % की गिरावट आई है। ऑटो कंपनियों ने कुल 2,336711 गाड़ियों का उत्पादन किया जबकि अप्रैल नवम्बर 2018 में कुल 2,370199 गाड़ियों का उत्पादन हुआ था।
अप्रैल से नवम्बर 2019 तक में गाड़ियों के सेल्स में 12.05 % की गिरावट आई है। नवम्बर महीने में कमर्शियल व्हीकल्स के प्रोडक्शन में 45.52 फीसदी की गिरावट। जिसमें गुड्स करियर के प्रोडक्शन में 54.52% की गिरावट। जबकि सेल्स में 41.32% की गिरावट नवम्बर 2018 के मुकाबले। नवम्बर महीने में यूटिलिटी वीकल्स यानि एसयूवी के सेल्स में 32.70 फीसदी की बढ़ोतरी। नए एसयूवी लॉन्च के चलते बढ़ा सेल्स। 92,739 यूटिलिटी वीकल्स की हुई बिक्री जबकी नवम्बर 2018 में 69,884 यूटीलिटी वीकल्स की बिक्री हुई थी।