खानपान में पौष्टिक तत्वों की कमी व शारीरिक गतिविधियों के अभाव से शरीर के अंदरूनी अंग धीरे-धीरे निर्बल होने लगते हैं. पैरों में ऐंठन की समस्या ऐसी है जो न केवल स्त्रियों बल्कि पुरुषों को भी परेशान करती है. रात में सोते समय एकदम से पैरों की नसों में खिंचाव होने लगता है. असल में यह कोई बीमारी नहीं बल्कि किसी रोग का एक लक्षण है. तुलनात्मक रूप से मांसपेशियां मोटी होने से पैरों में ऐसा ज्यादा होता है. जानें इलाज-
कई हैं कारण
शरीर में इलेक्ट्रोलाइट (विद्युतीय तरंगों के तत्व) और न्यूरोकैमिकल्स का असंतुलन, नसों की कमजोरी (न्यूरोपैथी), न्यूरोलॉजिकल विकार, पोषक तत्वों की कमी विशेषकर विटामिन-डी और बी 12 व अधिक आयु में नसों और मांसपेशियों की कमजोरी मुख्य कारण हैं. कई बार थायरॉइड, डायबिटीज, अंत:स्त्रावी गं्रथियों से जुड़ी कोई समस्या, दिल रोग व कैंसर के उपचार के लिए ली जाने वाली दवाओं को नियमित लेने से जो दुष्प्रभाव शरीर को पहुंचता है उसमें से ऐंठन एक लक्षण के रूप में उभरता है. फाइब्रोमाइलजिया रोग के कारण भी शरीर के विभिन्न अंग में ऐंठन होती है.
रात में ही क्यों
व्यस्त दिनचर्या से समस्या पर ध्यान न जाने व शरीर की लगातार गतिविधियां होने से कमजोरी का अंदाजा नहीं लगता है. ऐसे में रात को आराम करने के दौरान इसपर ध्यान जाता है.