लखनऊ। वैश्विक महामारी में कर्मचारियों के संक्रमित होने के बावजूद, माइक्रोबायोलॉजी लैब में रोजाना 14-15 हजार आरटी पीसीआर जांच की जा रही हैं, जोकि अत्यंत सराहनीय कार्य है। ये सब संभव हो रहा है लैब में कार्यरत डॉक्टर, लैब टेक्नीशियन, डाटा ऑपरेटर, लैब अटेंडेंट आदि के अथक परिश्रम से। लोहिया संस्थान को अत्यधिक उपयोगी बनाने के लिए सभी बधाई और प्रशस्ति पत्र के हकदार हैं। यह बात शनिवार को निदेशिका डॉ.सोनिया नित्यानंद ने, कोरोना वॉरियर्स सम्मान समारोह में संबोधित करते हुए कही।
डॉ.नित्यानंद ने बताया कि लोहिया संस्थान लखनऊ ही नहीं वरन आसपास के जनपदों के मरीजों और छोटी-छोटी लैब से आने वाले सैंपलों का परीक्षण करता है। समारोह के मुख्य अतिथि प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने कहा कि उम्मीद है कि संस्थान के कार्यरत डॉक्टर, नर्स व अन्य पैरामेडिकल स्टाफ के परिश्रम से प्रदेश ही नहीं, अपितु देश में कीर्तिमान स्थापित करेगा। माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो.ज्योत्सना अग्रवाल ने बताया कि विभाग की बेहतर सेवाओं के लिए समाज के प्रतिष्ठित जनों के साथ ही विभिन्न संगठनों ने समय-समय पर प्रशंसा की है। आज के कार्यक्रम के माध्यम से लैब में सेवाएं देने वाली सभी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में सीएमएस डॉ.राजन भटनागर, प्रवक्ता डॉ.विक्रम सिंह, चिकित्सा अधीक्षक डॉ.श्रीकेश समेत कई अधिकारी मौजूद थे।