लखनऊ। बुधवार से 36वीं राज्य स्तरीय योगासन खेल प्रतियोगिता का दौर शुरू हो गया है , जिसकी घोषणा उत्तर प्रदेश के महामहिम राज्यपाल राम नाइक ने की। कार्यक्रम की शुरुआत वन्दे मातरम से की गयी तथा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया।
योगासन खेल प्रतियोगिता में 800 प्रतिभागी दिखाएंगे दम
36वीं राज्य स्तरीय योगासन खेल प्रतियोगिता का शुभारम्भ बुधवार को बीबीडी परिसर स्थित डॉ अखिलेश दास गुप्ता आडिटोरियम में हुआँ। इसमें प्रदेश के 800 प्रतिभागी हिस्सा ले रहे । 29 जून तक होने वाली इस प्रतियोगिता का उद्घाटन महामहिम राज्यपाल ने किया।
इस अवसर पर श्री राम नाइक ने सम्बोधित करते हुए कहा की योग भारतीय संस्कृति का अभिन्न अंग है। योग का अर्थ है जोड़ना। योग करने से आपका तन-मन स्वच्छ रहता है। योग करने के लिए किसी को जिम जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती, योग करो और निरोग रहो। इसमें कोई खर्चा नहीं आता।
जो बैठा है उसका भाग्य भी बैठ जाता है , जो सो गया उसका भाग्य भी सो जाता है, लेकिन जो चलता रहता है उसका भाग्य भी चलता रहता है : राम नाइक
महामहिम राज्यपाल ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि योग हजारों वर्ष पुराना है। योग के ज़रिये तन मन दोनों को स्वस्थ रखा जा सकता है। यह मन को शांत रखता है। हमारे पूर्वज नाड़ी देखकर ही रोगों का पता लगा लेते थे, जबकि आज की चिकित्सा में विभिन्न जांच रिपोर्टों को देखकर बीमारियों का पता लगाया जाता है। योग शरीर को स्फूर्ति प्रदान करने के साथ एक नई ऊर्जा भी देने का कार्य करता है।
- राज्यपाल ने योग के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे काम करने वालों को स्मृति चिह्न और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।
इस मौके पर बीबीडी ग्रुप की चेयर पर्सन अल्का दास गुप्ता, राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, बीबीडी ग्रुप के अध्यक्ष विराज सागर दास गुप्ता समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।